India News Haryana (इंडिया न्यूज), Cyber Fraud Alert: वर्तमान में तकनीकी प्रगति के साथ-साथ साइबर अपराधियों ने धोखाधड़ी के नए तरीकों को अपनाना शुरू कर दिया है। इनमें से एक विधि है पासवर्ड और पिन क्रैक करना, जिसमें वे थर्मल इमेजिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ये जालसाज जब कोई व्यक्ति ए.टी.एम. या पी.ओ.एस. मशीन का उपयोग करता है, तो वे थर्मल कैमरा का उपयोग करके कीपैड पर छुए गए बटन के तापमान के निशान को रिकॉर्ड करते हैं। थर्मल इमेजिंग से उन्हें यह पता चलता है कि कौन-सा बटन हाल में छुआ गया था, जिससे वे संभावित पिन संयोजन का अनुमान लगाने में सक्षम होते हैं। इन जालसाजों का मुख्य लक्ष्य ऐसे ए.टी.एम. हैं जो बिना सुरक्षा गार्ड के हैं या जिनकी वीडियो निगरानी सही तरीके से नहीं होती। वे अक्सर अपने पीड़ितों का इंतजार करते हैं और जैसे ही कोई ए.टी.एम. का उपयोग करता है, वे जल्दी से थर्मल इमेज लेकर पिन का अनुमान लगाते हैं।
1. सुरक्षा गार्ड वाले ए.टी.एम. का चयन करें: ऐसे ए.टी.एम. का उपयोग करें जो सुरक्षा गार्ड से लैस हैं।
2. ए.टी.एम. की जांच करें: किसी भी संदिग्ध उपकरण या अटैचमेंट के लिए ए.टी.एम. की अच्छी तरह जांच करें।
3. पिन दर्ज करते समय सावधानी बरतें: कीपैड को छुपाने के लिए हाथ का उपयोग करें और कुछ बेतरतीब नंबर दबाएं ताकि हीट सिग्नेचर छुपा रहे।
4. लेन-देन की निगरानी करें: अपने बैंक द्वारा भेजे गए एस.एम.एस. और ई-मेल की नियमित जांच करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत बैंक से संपर्क करें।
5. साइबर क्राइम हेल्पलाइन: यदि आपको धोखाधड़ी का संदेह हो, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर सूचना दें।
इन सावधानियों के जरिए हम इन साइबर अपराधियों के खिलाफ अपनी सुरक्षा बढ़ा सकते हैं।