India News (इंडिया न्यूज़), Ginger Benefits for Health : दुनिया में सबसे ज्यादा उपजाए जाने वाले मसाले के रूप में अदरक बहुपयोगी औषधीय गुणों से भरपूर और पोषण की खान है। इसे विभिन्न तरीकों से उपयोग में लाया जा सकता है। अदरक में खून को पतला करने का नायाब गुण होता है। इसी वजह से यह ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी तक में तुरंत लाभ पहुंचाने के लिए जाना जाता है।
लगभग 100 से ज्यादा बीमारियों में इसका इस्तेमाल लाभकारी माना जाता है। कई लोकप्रिय व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए प्रमुख सामग्री के रूप में अदरक का इस्तेमाल किया जाता है। अदरक से शरीर को एनर्जी और जोश मिलता है, इसीलिए अदरक का इस्तेमाल न सिर्फ खाने में, बल्कि और भी कई रूपों में किया जाता है। पोषक तत्वों और बायोएक्टिव यौगिकों से भरा हुआ अदरक इंसान के शरीर और दिमाग के लिए लाभकारी होता है।
यहां आज हम आपको अदरक के कुछ फायदों के बारे में बता रहे हैं जो कि इसके नियमित सेवन से होते हैं। अदरक को फ्रेश, सूखा, पाउडर, ऑयल या जूस के रूप में लिया जा सकता है। खाने की चीजों और सौंदर्य प्रसाधन आदि में इस्तेमाल किया जाता है। यह खाने की रेसिपी में इस्तेमाल की जाने वाली बहुत सामान्य सामग्री है।
जी मिलचाने में राहत : अदरक के नियमित इस्तेमाल से आपको जी मिचलाने की शिकायत नहीं होगी। सर्जरी के बाद होने वाली उल्टी या जी मिचलाने में अदरक राहत दे सकता है और कीमोथेरेपी से गुजरने वाले कैंसर रोगियों को भी राहत दे सकता है। वहीं, अगर कोई गर्भवती महिला इसका इस्तेमाल करेगी तो यह गर्भावस्था से संबंधित जी मिचलाने और सुबह के वक्त काफी प्रभावी हो सकता है।
सूजन: अदरक के जूस में सूजन को कम करने की शक्ति अत्यधिक मात्रा में होती है और यह उन लोगों के लिए वरदान की तरह है जो जोड़ों के दर्द और सूजन से परेशान हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, जो लोग अदरक के जूस का उपयोग नियमित तौर पर करते हैं, उन्हें जोड़ों में सूजन और दर्द पैदा करने वाली बीमारियां परेशान नहीं करतीं। आपके जोड़ों की समस्या नई हो या कई साल पुरानी-यकीन रखिए अदरक का जूस बहुत असरकारी है। अदरक में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में ताजे रक्त के प्रवाह को बढ़ाते हैं, क्योंकि इनमें खून को साफ करने का खास गुण होता है।
सांस विकार के लिए: सर्दी, जुकाम, पुरानी काली खांसी, क्षयरोग, कफ, दमा आदि के लिए। अदरक का रस शहद के साथ दिन में तीन बार लें। अदरक के टुकड़े पानी में उबालकर, जरूरत के अनुपात में शक्कर मिलाकर वह पानी गरम करके पीना चाहिये। अदरक की चाय लीजिये। अदरक का रस दुगने अनुपात में मिश्री या गुड़ के साथ मिलाकर चटवाएं। सौन्ठ तथा उससे चार गुना मिश्री का काढा लेने से कफ पतला होने में मदद होती है।
स्त्री रोग के लिए : अनियमित मासिक स्त्राव, पेट दर्द के लिए अदरक ड़ालकर उबाला हुआ पानी दिन में तीन बार लीजिये। प्रसव के बाद होने वाली इंद्रिय शिथिलता के लिये सौन्ठ पाक दिया जाता है।
पाचन तंत्र को मजबूत करने में अदरक महत्वपूर्ण योगदान देता है। अदरक में फेनोलिक यौगिक होते हैं, जो जलन को दूर करने में मदद करते हैं। अदरक हमारे लिए लार और पित्त के उत्पादन में वृद्धि करता है और पेट पर पड़ने वाले दवाब को भी कम करता है। अदरक पाचन शक्ति को मजबूत करने में मदद करता है। यह गैस के कारण पेट में होने वाली ऐंठन व दस्त जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में भी मदद करता है। एंजाइम ट्राप्सिन और अग्नाशयी लाईपेज पर अदरक का लाभकारी प्रभाव पड़ता है। अदरक का नियमित सेवन करने से कोलन कैंसर और कब्ज़ को दूर करने में मदद मिलती है।
सिर दर्द में अदरक के सेवन से लाभ
50 मिली दूध में 5 ग्राम सोंठ का पेस्ट मिला लें। इसे छानकर नाक के रास्ते लें। इससे तेज सिर दर्द का उपचार होता है।
कान के दर्द का इलाज
अदरक के रस को हलका गर्म कर 1-2 बूंद कान में डाले। इससे कान के दर्द का उपचार होता है।
खांसी और जुकाम का इलाज
100 मिली दूध में 2 ग्राम अदरक चूर्ण मिलाकर पिएं। इससे जुकाम में लाभ होता है। 2 चम्मच अदरक के रस में मधु मिलाकर सुबह और शाम सेवन करें। इससे सांसों से जुड़ी बीमारी, खांसी तथा जुकाम आदि रोगों में लाभ होता है।
नियंत्रित करे ब्लड प्रेशर
शायद आपको जानकर हैरानी हो लेकिन अदरक की मदद से उच्च रक्तचाप की समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। इतना ही नहीं, अदरक हाई ब्लडप्रेशर और लो ब्लडप्रेशर दोनों ही रोगियों के लिए लाभदायक है। अगर अदरक के रस का सेवन किया जाए तो यह खून को पतला करने में मदद करता है, जिससे शरीर में रक्त का प्रवाह सही तरह से होता है और आपको ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
अस्थमा के मरीज अवश्य करें सेवन
अस्थमा के मरीजों के लिए अदरक किसी वरदान से कम नहीं है। अगर आप अस्थमा के मरीज हैं, तो अदरक के रस में शहद या मेथी का पाउडर हर रोज सुबह सेवन करें।अदरक मधुमेह में लाभदायक तत्व
मधुमेह के मामले में अध्ययनों ने अदरक को इसके बचाव और उपचार दोनों में असरकारी माना है। अदरक के तत्व इंसुलिन के प्रयोग के बिना ग्लूकोज को स्नायु कोशिकाओं तक पहुंचाने की प्रक्रिया बढ़ा सकते हैं। इस तरह इससे उच्च रक्त शर्करा स्तर (हाई सुगर लेवल) को काबू में करने में मदद मिल सकती है।
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