India News, इंडिया न्यूज़, Hair Protection : बाल हमारे चहरे में सुंदरता में और चार चांद लगा देते हैं, परंतु यह सुंदरता शरीर के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। स्वस्थ शरीर तो बाल भी स्वस्थ पर व्यस्त दिनचर्या में हम बालों की सही से देखभाल करना ही भूल जाते हैं जिस कारण बालों के अनेक रोग पनप जाते हैं जैसे बालों का टूटना, झड़ना और असमय सफेद हो जाना आदि। कैमिकल युक्त सौंदर्य प्रसाधन के प्रयोग से समस्या और बढ़ जाती है।
बता दें कि लम्बी बीमारी, टायफाइड और डायबिटीज़ आदि के अलावा चिंता, क्रोध और अवसाद नींद के लिए गोलियां का प्रयोग, अन्य नशीले पदार्थ, शराब और धूम्रपान आदि के सेवन से हमारा नर्वस सिस्टम कमजोर हो जाता है। अतः बाल कमजोर होकर टूटने लग जाते हैं, झड़ने व सफेद होने लगते हैं। कुपोषण की शिकार तथा दूध पिलाने वाली माताओं के बाल भी रोगग्रस्त हो जाते हैं। इतना ही नहीं, तेज धूप, धुआं और मिट्टी से भी बाल कमजोर हो जाते हैं।
योग द्बारा भी शरीर को स्वस्थ रखने से बाल स्वस्थ रखे जा सकते हैं। यौगिक क्रियाओं से रक्त संचार तथा संवेदन क्रिया से विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं। हल्के आसनों के बाद हलासन, सर्वांगासन, मत्स्यासन के बाद कपालभाति व भ्रामरी प्राणायाम नित्य करने से शरीर के साथ-साथ बाल भी सुन्दर व स्वस्थ तथा चहरे पर तेज आता है।
ॐ ध्वनि- किसी एकान्त स्थान अथवा घर के शांत वातावरण में आसन बिछाकर पद्मासन में बैठें, हाथ ज्ञान मुद्रा में, आंखें बंद कर ॐ ध्वनि का 10 दस मिनट सुबह-शाम ध्यान करें। इस कम्पन से रक्त का संचार सीधा मस्तिष्क में होता है। इससे बालों को पोषण के साथ ही बाल स्वस्थ रहते हैं। बाजारु उत्पादों के इस्तेमाल से समस्या और बढ़ जाती है। पुराने घरेलू उपचार अपनाकर बालों को स्वस्थ रखा जा सकता है।
जुओं से बचाव
सीताफल के बीजों की गिरी का पेस्ट बनाकर बालों में रात को सोते समय लगाकर तौलिए से बांध लें। सवेरे धो लें। तीन दिन लगातार करने से जुए तथा पैदा अंडे भी नष्ट हो जाएंगे।
बाल सुन्दर व काले