इंडिया न्यूज़, Jyotish Shaastr: जहां तक खाने की बात की जाए तो यह जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यूं कहा जाए कि अन्न के बिना जिंदगी मुश्किल है। हमारे धर्म शास्त्रों में अन्न को देवी लक्ष्मी या मां अन्नपूर्णा माना जाता है।
इसलिए भोजन के किसी भी नियम का पालन न करने से माता अन्नपूर्णा का अपमान होता है। मुख्य रूप से यदि आप खाने के बाद उसी थाली में हाथ धोते हैं तो इसे माता लक्ष्मी का सबसे बड़ा अपमान माना जाता है। आइए नारद संचार के ज्योतिष अनिल जैन जी से जानें कि होती है।
चूंकि भोजन को माता लक्ष्मी के ही स्वरूप माता अन्नपूर्णा से सम्बंधित माना जाता है, इसलिए जो लोग खाने के बाद उसी थाली में हाथ धोते हैं उनके घर से माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं। ऐसे घरों में यदि पैसा होता भी है तब भी ज्यादा दिनों तक टिकता नहीं है।
जो लोग खाने की खाली थाली का भी अपमान करते हैं उन्हें भी माता लक्ष्मी की कृपा दृष्टि नहीं मिल पाती है। यहां तक कि यज्ञ में भी भोजन का विशेष महत्व बताया गया है और ऐसा माना जाता है कि यज्ञ में जो भी सामग्री अर्पित की जाती है वो देवताओं को भोजन के रूप में मिलती है। इसलिए यदि आप भोजन की ही थाली में हाथ धोते हैं तो ईश्वर को आपका यज्ञ स्वीकार नहीं होता है।
ऐसा माना जाता है कि यदि हम भोजन के बाद थाली में ही हाथ धोते हैं तो शरीर से जो ऊर्जा निकलती है उसकी ओर नकारात्मक शक्तियां आकर्षित होती हैं और हमारे आस-पास इकठ्ठा होने लगती हैं।
ये शक्तियां हमारे स्वास्थ्य को खराब कर सकती हैं और हमारे शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसी वजह से शास्त्रों में कहा गया है कि आप जिस थाली में कहते हैं उसमें कभी भी हाथ न धोएं।
अगर आप ज्योतिष की न भी मानें तब भी विज्ञान के अनुसार भी थाली में हाथ धोने से शरीर के कई कीटाणु उस थाली में ही पानी के साथ रह जाते हैं। ये पानी जब हमारे शरीर से या अन्य स्थानों से छूता है तब कई जर्म्स फ़ैल जाते हैं।
इन कीटाणुओं को अच्छी तरह से साफ़ नहीं किया जा सकता है और जब आप उसी बर्तन में दोबारा खाना खाते हैं तब ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं। इसी वजह से आपको कभी भी उस प्लेट में हाथ नहीं धोना चाहिए जिसमें आप खाना खाते हैं।
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