India News (इंडिया न्यूज), Numb Hands and Feet Causes : कई बार अचानक ही हाथ या पैर सुन्न पड़ जाते हैं। उनमें अजीब सी झनझनाहट होने लगती है। आमतौर पर ये गंभीर बात नहीं है, लेकिन अगर बार-बार कोई अंग सुन्न हो रहा है तो किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। सुन्नपन की स्थिति में किसी स्पर्श का एहसास नहीं होता, किसी काम को करना मुश्किल हो जाता है।
कभी-कभी दर्द और कमजोरी भी महसूस होती है। साथ ही इसके कारण ब्लड सर्कुलेशन रूक जाता है और बॉडी में रक्त संचार सही नहीं हो पाता। इसके कारण कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि हाथ-पैर सुन्न होने के कारण और आप कैसे उसका इलाज कर सकते हैं। सबसे पहले आपको बताते हैं कि किन कारणों से हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं:-
पुरुषों की तुलना में औरतों को इसका खतरा 3 गुणा ज्यादा होता है। गर्भावस्था, पीरियड्स की अनियमितता, मेनोपॉज को दौरान या बाद में यह परेशानी बढ़ जाती है। इसके अलावा जो लोग की-बोर्ड पर लगातार 8-9 घंटे टाइपिंग करते हैं, उन्हें भी इसकी संभावना अधिक होती है। टाइपिंग के वक्त उंगलियां और कलाई ज्यादा मुड़ती हैं, जिससे हाथ और कलाई सुन्न और सूज जाती है।
नर्वस यानि तंत्रिकाएं शरीर में चलने वाले छोटे तारों की तरह होती हैं जो फाइबर से बनी होती हैं। जब लंबे समय तक कोई अंग एक ही स्थिति या दबाव में रहता है तो इसका असर नर्वस सिस्टम पर पड़ता है। इससे नसों द्वारा पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और रक्त का संचार नहीं हो पाता। ब्रेन तक उस अंग के बारे में पहुंचने वाली जानकारी अवरुद्ध हो जाती है। जिस कारण वहां संवेदना नहीं हो पाती और वह अंग सो जाता है। इससे सुईया चुभने का अहसास होता है। जब अंग से दबाव हट जाता है तब नर्वस सिस्टम में ऑक्सीजन का संचार दोबारा शुरू हो जाता है। ब्रेन और नर्वस सिस्टम अपना काम करना शुरू कर देते हैं।
गुनगुने पानी में भिगोएं हाथ-पैरों : यदि आपके हाथ या पैर सुन्न हो गए हैं तो आप एक बड़े बर्तन में गुनगुना पानी लें और उसमें सेंधा नमक मिलाएं। फिर इसमें सुन्न हुआ अंग करीब 10 मिनट के लिए भिगोकर रखें। ऐसा करने से काफी आराम मिलेगा।
दालचीनी : दालचीनी में काफी मात्रा में न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं जो हाथों और पैरों में ब्लड फ्लो को बढ़ाते हैं। एक शोध के अनुसार रोजाना 2-4 ग्राम दालचीनी पाउडर को लेने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इसको लेने के लिए 1 चम्मच दालचीनी और शहद मिलाकर सुबह कुछ दिनों तक सेवन करें।
हल्दी और दूध: हल्दी एंटीबैक्टीरियल और औषधिय गुणों से भरपूर होती है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने का काम करती है जब आपके हाथ या पैर सुन्न पड़ जाए तो आप हल्दी वाले दूध में शहद मिलाकर पी सकते हैं।
मसाज करें : हाथ पैरों के सुन्न पड़ने पर जैतून या फिर सरसों के तेल को गुनगुना गर्म करके उससे हाथ पैरों की मालिश करें, इससे नसें खुलती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और शरीर ठीक हो जाता है।
सही डाइट लें : शरीर में पोषक तत्वों की कमी से भी यह समस्या हो जाती है। ऐसे में अपनी डाइट में ऐसे फल व सब्जियां ज्यादा शामिल करें, जिसमें मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन बी व डी ज्यादा हो। इसके अलावा हरी पत्तेदार सब्जियां, सूखे मेवे, मूंगफली, सोयाबीन, केला, डार्क चॉकलेट, दही, सोंठ और दालचीनी जरूर खाएं। साथ ही पानी भी अधिक मात्रा में पिएं।
योग के लिए समय निकालें : योग क्रियाओं के जरिए भी इस समस्या से जल्दी राहत पाई जा सकती है। रोजाना 30 मिनट योग करें, इससे गंभीर बीमारियां, मोटापा आदि दूर होने के साथ-साथ सुन्नपन से भी राहत मिलेगी।
यह भी पढ़ें : Curd Benefits : दही के सेवन के फायदे जानकर आप हो जाएंगे हैरान
यह भी पढ़ें : Dates Milk Benefits : छुहारे वाला दूध आपके स्वास्थ्य का रक्षक
यह भी पढ़ें : Benefits of Ppapaya : जानें पपीता में छिपा है आपका स्वास्थ्य
यह भी पढ़ें : Platelets Increase Diet : जानिए आप घर पर ही ऐसे बढ़ा सकते हैं प्लेट्सलेट्स