इंडिया न्यूज़, Rise in India’s foreign exchange reserves : भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार दूसरे सप्ताह उछाल देखने को मिला है। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 572.8 बिलियन डॉलर रहा था। लेकिन 24 मार्च 2023 को विदेशी मुद्रा भंडार 5.98 बिलियन डॉलर के उछाल के साथ बढ़कर 578.78 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है। यह बीते जुलाई के बाद का शीर्ष स्तर है। यानि कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 8 महीने के शीर्ष पर आ गया है।
विदेशी मुद्रा भंडार में ये बड़ा उछाल आरबीआई के विदेशी करेंसी एसेट्स में तेज उछाल के चलते आया है। आरबीआई (RBI) के डाटा के मुताबिक विदेशी करेंसी एसेट्स में 4.38 अरब डॉलर का उछाल आया और ये बढ़कर 509.72 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है। भारत के सोने का रिजर्व 1.37 बिलियन डॉलर के उछाल के साथ 45.48 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा है। एसडीआर में 18.41 मिलियन डॉलर का उछाल देखने को मिला है तो आईएमएफ में भारत के रिजर्व 5.15 मिलियन डॉलर का उछाल आया है।
साल 2022 की शुरुआत में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 633 बिलियन डॉलर हुआ करता तो अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। वैश्विक घटनाक्रमों के बीच केंद्रीय बैंक के रुपए की विनियम दर में तेज गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने की वजह से बाद में इसमें गिरावट देखी जा रही है। आज रुपए एक डॉलर के मुकाबले 82.16 रुपए पर क्लोज हुआ है।
विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले महीनों में जो कमी आई है वो इसलिए भी क्योंकि आयात महंगा हुआ है तो आरबीआई और फेड रिजर्व के सख्त मॉनिटरी पॉलिसी के चलते रुपया कमजोर हुआ है। निवेशक इमर्जिंग मार्केट से अपने निवेश को निकाल ऐसे अमेरिका जैसे स्थिर देशों में निवेश कर रहे हैं जिससे सख्त मॉनिटरी पॉलिसी के दौरान भी निवेशकों को बेहद रिटर्न मिल सके।
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