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Sukhasana Yoga Tips: स्वस्थ रहने के लिए जानिए सुखासन से होने वाले फायदे

• LAST UPDATED : December 19, 2022

इंडिया न्यूज़, Sukhasana Yoga Tips: योग ने पिछले कुछ वर्षों में बहुत लोकप्रियता हासिल की है और न केवल देश में बल्कि दुनिया भर के लोगों ने इसके विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के कारण इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करना शुरू कर दिया है। हालांकि, योग एक विशाल क्षेत्र है और इस कौशल में महारत हासिल करने के लिए उचित मार्गदर्शन और कुछ समय की आवश्यकता होती है।

योग सिर्फ हमारे शरीर के लिए नहीं बल्कि हमारे शरीर, मन, आत्मा और दिल के लिए है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि योग का सीधा असर आपकी त्वचा पर भी पड़ता है। तो तकनीकी रूप से योग सुंदरता के लिए भी है।

लेकिन कुछ आसन को आप आसानी से घर पर कर सकती हैं। इसलिए आज हम आपको एक बहुत ही जबरदस्‍त योग के बारे में बता रहे हैं जिसे आप आसानी से घर पर करके चेहरे को ग्‍लोइंग और सेहत को दुरुस्‍त रख सकती हैं।

सुखासन क्‍या है?

हम ‘सुखासन’ के बारे में सीखते हैं जिसका अर्थ है स्थिति और शांति। एक योग मुद्रा जिसका अभ्यास आसानी से किया जा सकता है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। सुखासन एक सरल आसन है और इसे सभी उम्र के लोग कर सकते हैं।

‘सुखासन’ शब्द संस्कृत शब्द ‘सुखम’ से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘प्रसन्नता’ या ‘आनंद’ और ‘आसन’ का अनुवाद ‘मुद्रा’ में होता है। सभी आसनों को तीन भागों में बांटा जा सकता है- मूल आसन, मध्यवर्ती, एडवांस।

सुखासन एक शुरुआती लेवल का आसन है और इसे लंबे समय तक किया जा सकता है। सुखासन एक ध्यान और आराम देने वाला आसन है। जब दाहिना पैर सामने हो तो दक्षिण भाग के लिए सुखासन और जब बायां पैर आगे हो तो वाम भाग के लिए सुखासन कहते हैं।

सुखासन के स्‍टेप्‍स

फर्श पर बैठ जाएं। (यदि फर्श पर बैठने की आदत नहीं है या असहज महसूस करते हैं, तो सुविधा के लिए फर्श पर एक मुड़ा हुआ मोटा कंबल रखें)।
पैरों को सामने की ओर फैलाएं।
अब पैरों को क्रॉस करें और घुटनों से जगह बनाएं, ताकि पैरों को उल्टे घुटने के नीचे खिसका सकें।
यह हो जाने के बाद, पैरों को मोड़ने के लिए घुटनों को साथ-साथ मोड़ें।
पैरों को रिलैक्स रखें ताकि बाहरी किनारे फर्श पर हों और भीतरी मोड़ उलटे पैर के नीचे हों।

जांघों और पैरों को मोड़कर एक छोटे त्रिकोण का फ्रेम बनाना चाहिए।
पैरों और पेल्विक के बीच कुछ जगह बनाएं।
अब हिप्‍स को तटस्थ स्थिति में रखकर बैठ जाएं। (इसके लिए हाथों को जमीन के विपरीत दबाना है और बैठी हुई हड्डियों को थोड़ा ऊपर उठाना है)।
एक या दो सांस रोकने का प्रयास करें और फिर धीरे-धीरे वापस फर्श पर ले आएं।
हथेलियों को नीचे की ओर रखते हुए हाथों को घुटनों पर रखें और टेलबोन को फर्श से फैलाएं।
जब तक यह सहज महसूस हो तब तक इस आसन में रहें।

सुखासन के फायदे

रोजाना इसे करने से चेहरे पर ग्‍लो आता है।
चेहरे के दाग-धब्‍बे को दूर करता है।
यह रीढ़ को लंबा करता है।
कॉलरबोन और चेस्‍ट को स्‍ट्रेच करता है।
दिमाग को शांत करता है।
शांति लाता है।

चिंता, तनाव और मानसिक थकान को दूर करता है।
यह शरीर मुद्रा में सुधार करने में मदद करता है।
हिप्‍स को खोलता है।
थकान कम करने में मदद करता है।
पीठ को मजबूत बनाता है।
टखनों और घुटनों को फैलाता है।
घुटनों, पिंडली की मसल्‍स और जांघों की हल्की मालिश करता है।

सावधानी

अगर घुटने में चोट है तो इस आसन को न करें।
प्रेग्‍नेंट महिला को इस आसन या किसी अन्य योगासन को करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से बात करें।

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