इंडिया न्यूज़, Tips To Stay Healthy During Pregnancy : माँ बनना इस दुनिया का सबसे बड़ा सुख होता है। हर औरत के लिए ये वो समय होता है जब उसे बहुत से बदलावों से गुजरना पड़ता है। ये बदलाव शारीरिक भी होते हैं और मानसिक भी। इस समय हर महिला को अपने स्वास्थ की ज्यादा देखभाल करनी होती है।
प्रेगनेंसी के दौरान पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेनी चाहिए ताकि बच्चे को जन्म के समय होने वाली बीमारियों से बचा सकती हैं। इसके अलावा भी कुछ आसान टिप्स हैं जिन्हें फॉलो करना न भूलें। आज हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स बताने जा रहे है, आइए जानते हैं :-
प्रेगनेंसी में डायबिटीज यानी जेस्टेशनल डायबिटीज की स्थिति से गर्भवती महिलाओं को बचना चाहिए। इसका सीधा असर होने वाले बच्चे पर पड़ता है। जेस्टेशनल डायबिटीज के कारण शिशु को जन्मजात बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। प्रेगनेंसी में डायबिटीज से बचने के लिए मीठी चीजों का सेवन न करें, हर दिन कम से कम 30 से 40 मिनट एक्सरसाइज करें और समय पर भोजन खाएं।
महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। प्रोजेस्ट्रेरोन की मात्रा बढ़ जाने के कारण ऐसा होता है। इस संक्रमण का सीधा असर किडनी पर पड़ता है। प्रेगनेंसी के दौरान यूटीआई से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें और साफ-सफाई का ख्याल रखें। यूटीआई से बचने के लिए तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ा दें जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, हर्बल टी आदि। जितना ज्यादा आप पानी का सेवन करेंगी, उतना कम इन्फेक्शन की चपेट में आएंगी।
प्रेगनेंसी के दौरान तनाव या अन्य कारणों के कारण महिलाओं को हाई बीपी की समस्या हो जाती है। इस स्थिति को प्री-एक्लेमप्सिया के नाम से जाना जाता है। इस स्थिति में यूरिन के रास्ते, प्रोटीन शरीर से बाहर निकल जाता है। ये स्थिति बेहद गंभीर होती है। प्री-एक्लेमप्सिया से बचने के लिए प्रेगनेंसी के दौरान समय-समय पर बीपी की जांच करती रहें। अपने आहार में फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें। ये सभी विटामिन, मिनरल्स और फाइबर का अच्छा स्त्रोत होते हैं। साथ ही डाइट में नमक की मात्रा कम कर दें।
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कमर में दर्द, पैर दर्द, सूजन और खिंचाव आदि समस्याएं होती हैं। इसके कारण उठने या बैठने में तकलीफ महसूस होती है। हड्डियों के कमजोर होने के कारण ऐसा होता है। हड्डियों के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण है कैल्शियम की कमी होना। प्रेगनेंसी के दौरान कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए दूध का सेवन करें। दूध के अलावा दही, ब्रोकली, सोयाबीन, बींस, बादाम, हरी पत्तेदार सब्जियों, तिल, किशमिश, टोफू आदि का सेवन भी कर सकती हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान खानपान का ख्याल न रखने के कारण महिला एनीमिया यानी खून की कमी का शिकार हो जाती है। खून की कमी से, गर्भस्थ शिशु की ग्राेथ रुक सकती है। खून की कमी के कारण गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है। प्रेगनेंसी में खून की कमी दूर करने के लिए विटामिन सी युक्त भोजन खाएं। संतरा, कीवी, आम आदि का सेवन कर सकती हैं। इसके अलावा आयरन युक्त आहार लें। जैसे- अंडा, साबुत अनाज, दालें, बींस, सोयाबीन और शहद आदि।
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