India News (इंडिया न्यूज), Sugar Disease : शुगर की बीमारी आज के दौर में सबसे ज्यादा तेज़ी से बढ़ रही बीमारियों में से एक है। मौजूदा दौर में ये सिर्फ वृद्धावस्था में ही नहीं, बल्कि कम उम्र में भी देखी जा रही है। ये बीमारी तब होती है जब हमारे शरीर में मौजूद पैन्क्रीयाज़ इंसुलिन बनाना बंद कर देते हैं। अगर हम नॉर्मल शुगर की बात करें तो आमतौर पर भूखे रहने पर शुगर की मात्रा 70-110 के बीच होती है। खाना खाने के आधा घण्टे बाद ये मात्रा बढ़कर 110-140 तक हो जाती है।
हमारे रक्त में शुगर का लेवल कितना होना चाहिए, यह जानना इसलिए महत्वपूर्ण है क्यूंकि शुगर की बीमारी भारत में तेजी के साथ बढ़ रही है। ताजा आंकड़ों की बात करें तो भारत में हर पांचवें व्यक्ति को मधुमेह है। जब खून में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है तो मधुमेह की बीमारी का जन्म होता है।
हर इंसान को वर्ष में एक बार मधुमेह का टेस्ट जरूर कराना चाहिए, चाहे वह शुगर का रोगी हो या न हो, इसकी मुख्य वजह यह है कि आजकल लोगों की जीवनशैली बहुत ज्यादा अनियमित होती जा रही है। अगर समय रहते आपको मधुमेह का पता चल गया तो इसे तुंरत कंट्रोल करके आप बहुत सारी परेशानियों से बच सकते हैं। डॉक्टर डायबिटीज की पहचान के लिए कुछ टेस्ट करते हैं।
1. Normal Blood Fasting
2. PostPrandial
3. HBA1C
शुगर का लेवल : जब कोई व्यक्ति शुगर की जांच कराने जाता है तो वह इस प्रकार रिपोर्ट का आंकलन कर सकता है।
Normal Blood Fasting (सुबह खाली पेट) : यह टेस्ट सुबह खाली पेट ही किया जाता है। इस टेस्ट से पता चलता है कि बिना कुछ खाये पिये आपके रक्त में ग्लूकोज की मात्रा कितनी है? यह शुगर का सबसे अहम टेस्ट भी होता है और इसी के आधार में डॉक्टर सुनिश्चित करते हैं कि आपको शुगर है या नहीं। Fasting Blood Test में आपका शुगर लेवल 70 से 110 मिलीग्राम होनी चाहिए।
अगर आपका शुगर लेवल 110 से 125 के बीच है तो भी घबराने की बात नहीं है क्यूंकि यह अभी शुगर की शुरुआत है लेकिन इसे आपको गंभीरता से लेना चाहिए और तुंरत डॉक्टर से मिलकर डाइट प्लान बनाएं| अगर 125 से ज्यादा शुगर लेवल है तो आपको दवाइयों का सेवन करना पड़ेगा| जब शुगर लेवल 200 मिलीग्राम से ऊपर चला जाता है तो आपके पेशाब में शुगर आने लगती है।
PostPrandial Test (खाने के 2 घंटे बाद): यह टेस्ट खाना खाने के 2 घंटे बाद कराया जाता है। दरअसल हमारा खाना 2 घंटे में पूरी तरह पच जाने की स्थिति में आ जाता है और अब भोजन से ग्लूकोज का बनना शुरू हो जाता है। इस टेस्ट से पता चलता है कि खाना खाने के बाद आपका शुगर कहीं बहुत ज्यादा तो नहीं बढ़ रहा या आप जो खा रहे हैं वो बहुत ज्यादा शुगर तो नहीं बना रहा?
PostPrandial Test में आपका शुगर लेवल 110 से 140 जे मध्य होना चाहिए!
अगर शुगर लेवल 140 से 170 तक आता है तो भी घबराएं नहीं, बल्कि अपने खान-पान पर ध्यान दें क्यूंकि 170 तक शुगर लेवल आराम से कंट्रोल किया जा सकता है| अगर आपका शुगर लेवल 200 या 300 के पार है तो आपको दवाइयों का सेवन करना पड़ेगा। जब शुगर लेवल 400 मिलीग्राम से ऊपर जाने लगता है तो आपको बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी का अहसास होना शुरू हो जाता है।
HBA1C Test – यह एक नया टेस्ट काफी प्रचलित हो रहा है। डॉक्टर आजकल HBA1C पर ज्यादा विश्वास कर रहे हैं| दरअसल Fasting और PostPrandial Test में आपके खाने-पीने के अनुसार रोजाना शुगर लेवल अलग-अलग हो सकता है इसलिए HBA1C टेस्ट ज्यादा अच्छा साबित हो रहा है।
HBA1C टेस्ट में पिछले 3 महीने के शुगर लेवल का रिकॉर्ड देखा जाता है इससे अंदाजा हो जाता है कि सामान्य रूप से आपका शुगर कितना रहता है। HBA1C टेस्ट में शुगर लेवल निम्न प्रकार से देखा जाता है!
4 – 6 %——————— Non Diabetic
6 – 7 %——————– Good in Control
7 – 8 %——————– Fair Control
9 % > ——————- Poor
HBA1C टेस्ट में जिन लोगों का शुगर लेवल 6 – 7 % आता है उन लोगों को PreDiabetic कहा जाता है अर्थात आप बिल्कुल किनारे पर आ चुके हैं और अभी शुगर बिल्कुल शुरुआती अवस्था में है जिसे आसानी से आप कण्ट्रोल कर सकते हैं।