India News (इंडिया न्यूज़), Nepal Earthquake, काठमांडू : नेपाल में रात को आए भूकंप ने काफी जान और माल का नुकसान किया है। मालूम हुआ है कि 6.4 की तीव्रता के कारण काफी तबाही हुई है। भूकंप का केंद्र काठमांडू से 331 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में 10 किमी जमीन के नीचे था। एक पल तो लोगों को समझ ही नहीं आया कि आखिर ये हो क्या रहा है। जब मालूम हुआ कि यह भूकंप है तो कई लोगों ने घरों से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
जानकारी क अनुसार नेपाल में शुक्रवार रात करीब 11.32 मिनट पर 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। सुबह जब मौत का आंकडा आया तो उसने सभी को हैरान कर दी, जी हां अभी तक इस भूकंप में 141 लोगाें की मौत हो गई है जोकि काफी दुखद है। इतना ही नहीं सैकड़ों घरों को काफी ज्यादा नुकसान भी पहुंचा है। हालांकि इसका अभी कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है।
भूकंप का असर भारत में भी देखने को मिला है। दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में झटके महसूस किए गए। हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल के नुकसान का कोई समाचार नहीं है।
वहीं जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी को नेपाल भूकंप का पता चला तो उन्होंने गहरा रोष जताया। नेपाल को संकट की इस घड़ी में हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
आज आपको बताते हैं कि रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाला भूकंप माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है। इसमें नाममात्र की ही कंपन होती है। जानने योग्य है कि रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप विश्वभर में प्रतिनिद आते जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है।
ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं। सामान्य तौर पर हम इसे भी महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी में 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं। वहीं अगर इससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप में काफी जान-माल के नुकसान का भय रहता है। ज्ञात रहे कि अभी हाल ही में अफगानिस्तान में 7.4 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिस कारण सैकड़ों जिंदगिया खत्म हो गई थी।
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