India News (इंडिया न्यूज़), Jammu-Kashmir Gunfight, श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में गत दिवस 2 स्थानों पर हुई मुठभेड़ में सेना का एक मेजर और एक कर्नल समेत 5 जवान शहीद हो गए। बता दें कि अनंतनाग और राजौरी में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच एनकाउंटर हुए। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग हलूरा गंडूल इलाके में बीते कलएनकाउंटर में मेजर आशीष, राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग कर्नल मनप्रीत सिंह, पुलिस डीएसपी हुमायूं मुजम्मिल भट और एक जवान शहीद हो गया। हुमायूं मुजम्मिल भट का बडगाम में अंतिम संस्कार किया गया।
अनंतनाग में लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकी छिपे हुए
अनंतनाग में अभी मुठभेड़ जारी है। पुलिस ने कहा कि यहां लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकी छिपे हैं, जिन्हें सेना ने घेर लिया है। इनमें से एक नागम कोकरनाग का रहने वाला उजैर खान है। पिछले साल जुलाई में उजैर लश्कर से जुड़ा था। अनंतनाग में एनकाउंटर के बाद से एक जवान लापता बताया गया है।
उसके गंभीर रूप से घायल होने की आशंका है। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर से जुड़े प्रतिबंधित संगठन रेजिस्टेंट फ्रंट ने ली है। अधिकारियों का मानना है कि ये वही आतंकी हैं, जिनसे मुठभेड़ के दौरान 4 अगस्त को कुलगाम में 3 जवान शहीद हो गए थे।
सुरक्षाबलों ने 2 आतंकी भी मार गिराए
वहीं राजौरी में हुए एनकांउटर में सेना का जवान राइफलमैन रवि कुमार भी शहीद हुआ है। सोमवार रात को मुठभेड़ शुरू हुई थी। सुरक्षाबलों ने यहां दो आतंकियों को मार गिराया। राजौरी में सर्चिंग के दौरान सेना के एक डॉग की भी मौत हो गई। राजौरी के कालाकोट में मंगलवार को आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच एनकाउंटर हुआ था। हमले सेना का जो डॉग मारा गया उसका का नाम केंट था। उसने मुठभेड़ के दौरान अपने हैंडलर को बचाया और खुद शहीद हो गया।
यह हादसा तब हुआ जब वे भाग रहे आतंकियों की तलाश करने के लिए जवानों की एक यूनिट का नेतृत्व कर रहा था। इस दौरान वह भारी गोलाबारी की चपेट में आ गया। एडीजीपी जम्मू मुकेश सिंह ने बताया कि खराब मौसम के बावजूद, सुरक्षा बलों ने राजौरी शहर से 75 किलोमीटर के इलाके में चारों ओर पूरी रात घेराबंदी की।
डॉग ने अपने हैंडलर को बचाया, स्वयं शहीद
वहीं यह जानकारी भी सामने आई है कि छह वर्षीय सेना का डॉग केंट शहीद हो गया। इससे पहले वह नौ आपरेशनों में भाग ले चुका था। वह 21वीं सेना की डॉग यूनिट में शामिल था। एक अधिकारी ने बताया कि केंट भाग रहे आतंकवादियों का पीछा कर रहे सैनिकों की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रहा था। हमारे केंट ने अपने हैंडलर को बचाने के लिए अपनी जान दे दी। उसने सबसे पहले आगे बढ़कर आतंकवादी पर हमला बोला।
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