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Olympics 2024 : अंबाला के शूटर सरबजोत ने जीता कांस्य पदक

• LAST UPDATED : July 30, 2024
  • 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स मुकाबले में सरबजोत और मनुभाकर की जोड़ी ने मचाया धमाल

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Olympics 2024 : ऑलंपिक खेलों में हरियाणा अपना लगातार दमखम बनाए हुए है, मनू जहां दो मेडल पर कब्जा कर चुकी है, वहीं अब हरियाणा के जिला अंबाला के मुलाना के धीन गांव निवासी शूटर सरबजोत ने कांस्य पदक प्राप्त कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस पदक के आने के बाद उनके गांव ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। बता दें कि यह पदक 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स मुकाबले में सरबजोत और मनुभाकर की जोड़ी ने जीता है।

जानकारी के अनुसार सरबजोत के लिए यह ओलंपिक में पहला पदक है। उसके पदक जीतते ही पूरे गांव में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। ढोल की थाप पर लोग नाच रहे हैं। सरबजोत और मनु भाकर की जोड़ी का दोपहर 1 बजे मुकाबला शुरू हुआ उस समय सरबजोत के पिता जितेंद्र अंबाला छावनी स्थित शूटिंग अकादमी में मुकाबले को देख रहे थे।

बेटे पर था पूरा विश्वास : पिता

पिता जितेंद्र ने कहा कि आज वह काफी खुश हैं। उन्हें अपने बेटे पर पूर्ण विश्वास था कि वह ओलंपिक में पदक जीतकर भारत की झाेली में डालेगा। पहली बार में कुछ तकनीकि कमियां रहीं तो हारने के बाद बेटे का जब फोन आया तो मैंने केवल इतना कहा कि मुझे तुझ पर पूर्ण विश्वास है। तुम अपने मकसद में जरूर कामयाब होंगे। अपना पूरा ध्यान लगाकर मुकाबला खेल, हार-जीत की चिंता न कर। फतह कर के आ, ऊपर वाला पूरा साथ देगा। आज जब सरबजोत ने अपने पहले ओलंपिक का कांस्य पदक जीता तो शूटिंग अकादमी में उछल पड़े। उनकी खुशी के मारे आंखें नम दिखाई दीं।

जानिए ऐसे बनी थी रुचि

सरबजोत सिंह ने यू-ट्यूब देखकर निशानेबाजी को अपना करियर बनाने की ठानी थी। इसे कड़ी मेहनत व लगन से सरबजोत ने सच कर दिखाया है। सरबजोत सिंह किसान जितेन्द्र सिंह का बेटा है। किसान होने के बावजूद जितेंद्र ने अपने बेटे को उसके सपने सच करने में भरपूर सहयोग किया।

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