इंडिया न्यूज,नई दिल्ली ।
After Holi There was Support on The Head,Burnt to Ashes with The Family : गोकुलपुर के रंजीत के सिर पर होली के बाद सहरा सजने की तैयारियां चल रही थी,लेकिन गोकुलपुर की झोपड़ियों में लगी आग ने रंजीत व उसके परिवार के पांच सदस्यों को जलाकर राख कर दिए । इस आग ने 60 झोपड़ियों को जला दिया था । इसमे 7 लोगों की मौत हो गई थी ।
शुक्रवार की रात झुग्गियों में लगी आग में भाई बबलू, बहन रेशमा और भाभी प्रियंका व भतीजे शहंशाह के साथ रंजीत की भी मौत हो गई थी। सभी भाई-बहनों में रंजीत सबसे छोटा था। ऐसे में दो भाईयों की शादी के बाद पिता रज्जन और मां मुन्नी बेटे रंजीत की भी शादी की तैयारियां कर रहे थे। वहीं, बहन रेशमा की भी अगले माह शादी होनी थी। परिवार की उम्मीदें रंजीत की शादी करने के बाद बहन रेशमा के लिए तैयारियों पर जोर देने की थी।
रंजीत का विवाह झुग्गी में ही रहने वाले मुनुआ और प्रेमू के बेटी आरती के साथ पांच माह पहले तय हुआ था। आरती की मां मुनुआ ने बताया कि बेटी उन्नाव स्थित कोरारी में रह रही है । शादी तय होने के बाद बेटी भी खुश थी और शादी की तैयारियों में लगी हुई थी। परिवार की रंजीत से शादी की तैयारियों को लेकर भी बातचीत होती रहती थी।
मुनुआ ने बताया कि बेटी की शादी के लिए सभी सामान खरीद लिया था। होली गुजरने का इंतजार था, जिसके बाद शहनाइयां बजनी थी, लेकिन इससे पहले ही आग ने सब कुछ राख कर दिया। उधर, बेटी को जब से घटना के बारे में जानकारी मिली है तो उसका रो-रो कर बुरा हाल है।
हादसे में अपने बेटे और बेटी को गवाने वाले पिंटू की बहन मीना ने बताया कि उनकी बेटी मनीषा की भी शादी तय थी। लखनऊ के आलमबाग के रहने वाले एक युवक से बेटी की शादी तय की गई थी। दोनों परिवारों की रजामंदी से 20 अप्रैल की तारीख निकली थी। इसे लेकर घर में तैयारियां भी चल रही थीं। मीना के पति मनोज ने बताया कि बेटी की शादी के लिए सारी जमापूंजी लगा सामान इकट्ठा किया था। लेकिन, एक झटके में सब राख में तब्दील हो गया।