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Corona Virus In Animals मानव के बाद अब ये जानवर आ सकते हैं चपेट में

• LAST UPDATED : November 23, 2021

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Corona Virus In Animals लगभग 2 साल हो चुके हैं कोरोना को, लेकिन अभी तक उसका साया पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ और इसी बीच एक और चेतावनी ने सभी के कान खड़े कर दिए हैं। जी हां, अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी और ब्राजील की फेडरल यूनिवर्सिटी आफ अमेजोन्स की स्टडीज में चेतावनी दी गई कि चूहों और बंदर प्रजाति के जीवों से अगला कोरोना वायरस फैल सकता है। न्यू जर्सी के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट सीन किंग और कंप्यूटर साइंटिस्ट मोना सिंह ने विभिन्न स्तनपायी प्रजातियों का जीनोमिक विश्लेषण किया। विशेष रूप से उन जीवों पर स्टडी की गई जो सार्स जैसे वायरस को आसानी से ग्रहण कर लेते हैं। अतीत में कुछ चूहों की प्रजातियां बार-बार सार्स जैसे वायरस के संपर्क में आई, जिससे उनमें वायरस प्रतिरोध का एक निश्चित स्तर विकसित होने की संभावना पैदा हुई। इस स्टडी को पीएलओएस कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित किया गया। इस रिसर्च पेपर में लिखा गया कि हमारी स्टडी से पता चलता है कि चूहों को वंशानुगत तौर पर सार्स जैसे कोरोना वायरस के साथ बार-बार संक्रमित होते देखा गया है।

आखिर क्या निकला स्टडी में (Corona Virus In Animals)

रिसर्चर्स का कहना है कि संभवत: इन संक्रमणों के परिणामस्वरूप चूहों में सार्स जैसे कोरोना वायरस के प्रति सहिष्णुता या प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई है। अपनी रिसर्च में डॉ. किंग और प्रोफेसर मोना सिंह ने तथाकथित एसीई2 रिसेप्टर्स (ग्रहण करने योग्य) की स्टडी की, जिनके सहयोग से सार्स जैसे वायरस स्तनधारियों के सेल्स में प्रवेश करते हैं। टीम ने पाया कि प्राइमेट यानी मनुष्य जैसे जीव और अन्य स्तनधारियों में, जिन्हें पहले से सार्स के संक्रमित होने वाले जीव के रूप में नहीं जाना जाता है, एसीई 2 रिसेप्टर्स होने के बहुत कम सबूत हैं। दोनों के जीनोमिक विश्लेषण में हालांकि चूहों के बीच एसीई 2 का तेजी से विकास देखा गया।

ब्राजील के जंगलों का बैक्टीरिया भी खतरनाक (Corona Virus In Animals)

उधर, ब्राजील के मानौस स्थित फेडरल यूनिवर्सिटी आफ अमेजोन्स के रिसर्चर्स ने आशंका जताई है कि इस बार महामारी ब्राजील के अमेजन जंगलों में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस से फैल सकती है। इसके वाहक चूहे और बंदर हो सकते हैं। यूनिवर्सिटी के बायोलॉजिस्ट मासेर्लो गोर्डो और उनकी टीम को हाल ही में कूलर में तीन पाइड टैमेरिन बंदरो की सड़ी हुई लाश मिली।

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