इंडिया न्यूज, Earthquake In New Zealand : विश्वभर में कहीं न कहीं भूकंप का समाचार कुछ दिनों बाद आ ही रहा है। गत दिनों तुर्की में आए भूकंप ने काफी विनाश किया था, जिसे कभी नहीं भूला जा सकता। अब जब भी भूकंप आता है तो तुर्की की यादें फिर ताजा हो जाती हैं। नई जानकारी के अनुसार न्यूजीलैंड के करमाडेक आईलैंड में गुरुवार की सुबह 7.1 की तीव्रता का भूकंप आया। बता दें कि भूकंप का केंद्र जमीन में 10 किलोमीटर अंदर था फिलहाल यहां अभी तक किसी तरह के नुकसान का कोई जानकारी नहीं है।
आज जहां 7.1 तीव्रता का भूकंप आया है, इससे पहले भी 15 फरवरी को न्यूजीलैंड में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। राजधानी वेलिंगटन सहित ऑकलैंड और क्राइस्टचर्च शहर में करीब 30 सेकेंड तक झटके महसूस किए थे जिस कारण काफी हड़कंप मच गया था। वहीं इसके कुछ ही समय के बाद फिर 4.0 तीव्रता का दूसरा झटका भी आया था।
रिंग ऑफ फायर के बारे में बता दें कि यह ऐसा इलाका है जहां कई कॉन्टिनेंटल के साथ ही ओशियनिक टेक्टोनिक प्लेट्स भी हैं। ये प्लेट्स जब आपस में टकराती हैं तो धरती में कंपन होती है इसे ही भूकंप कहते हैं, सुनामी उठती है और ज्वालामुखी फटते हैं। विश्व के 90 प्रतिशत भूकंप इसी रिंग ऑफ फायर क्षेत्र में आते हैं। यह क्षेत्र 40 हजार किलोमीटर में फैला है।
आज आपको बताते हैं कि रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाला भूकंप माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है। इसमें नाममात्र की ही कंपन होती है। जानने योग्य है कि रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप विश्वभर में प्रतिनिद आते जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है।
ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं। सामान्य तौर पर हम इसे भी महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी में 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं। वहीं अगर इससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप में काफी जान-माल के नुकसान का भय रहता है। ज्ञात रहे कि अभी हाल ही में अफगानिस्तान में 7.4 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिस कारण सैकड़ों जिंदगिया खत्म हो गई थी।
यह भी पढ़ें : India Coronavirus : देश में 4 माह बाद संक्रमण के 754 नए मामले, चिंता बढ़ी
यह भी पढ़ें : H3N2 Influenza Virus : देश में H3N2 वायरस से अभी तक 9 मौतें