इंडिया न्यूज ।
For The Future of The ChildrenBThe Parents Started Living in The Bus : सभी अपने बच्चों के भविष्य के लिए कुछ न कुछ करते रहते है । लेकिन अभी एक मिशाल सामने आई है । अमेरिका के एक दंपति ने अपने बच्चों की परवरिश की खातिर नौकरी व घर छोड़कर बस में अपना आशियाना बना लिया । बस को ही अपना घर बना लिया । अमेरिका में भागदौड़ भरी जिंदगी से त्रस्त हो चुके मां-बाप अब बच्चों पर ध्यान देने के लिए जीवनशैली बदल रहे हैं। बच्चों की बेहतर परवरिश के लिए पुरानी बस को ही अपना आशियाना बना रहे हैं। यह एक मोबाइल होम कॉन्सेप्ट पर बना घर है। इसका नाम है- ब्लू वर्ड स्कूली।
ऐसे आशियानों में रहकर लोग हर महीने करीब 1,750 डॉलर (1.32 लाख रुपए) किराया और दूसरे बिल भरने से भी बच रहे हैं। ऐसी जिंदगी जीने से उन्हें एक फायदा यह है कि जो पैसे बचाते हैं,उन्हें वह अलग-अलग शहरों में घूमने के लिए इस्तेमाल कर लेते हैं।
ऐसी ही शुरूआत शिकागो शहर में मोनिका मैथेसन और जो बाच परिवार ने की है। दंपती ने बताया कि जिंदगी नए सिरे से शुरू करने के लिए एक पुरानी बस खरीदी। इसके लिए करीब 9,000 डॉलर (करीब 6.8 लाख रुपए) चुकाए। उसकी सीटें पूरी तरह से खराब हो चुकी थीं।
इस बस को उन्होंने बच्चों के रहने के हिसाब से रेनोवेट करवाया। इस काम में 21,000 डॉलर (करीब 16 लाख रुपए) खर्च हुए। इस तरह इस चलते-फिरते आशियाने में इस परिवार ने बीते दो सालों में 35 से अधिक राज्यों की यात्रा की है। इसमें फ्लोरिडा, लॉस एंजेलिस, एरिजोना सहित अन्य शहर भी शामिल हैं। मोनिका ने बताया कि उनका परिवार बड़े शहर में रहने के बजाय अपने बच्चों के साथ खुशी से रहने में यकीन रखता है। उन्होंने कहा कि यह जिंदगी बदल देने वाला अवसर है,क्योंकि हम अपने सपनों के साथ जी रहे है।
चलते-फिरते घर में शावर, टॉयलेट, किचन और सोफा सहित मनोरंजन की सभी सामग्री उपलब्ध है। इस चलते-फिरते घर का एक फायदा यह है कि जंगल, नेशनल पार्क के बारे में शिक्षा किताब की जगह मौके पर जाकर मिल रही है।
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