नई दिल्ली/
Kumbh Mela Haridwar 2021 :हरिद्वार में लगे कुंभ मेले में केवल 4 दिन में 1700 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं, बता दें मुख्य चिकित्सा अधिकारी शंभू कुमार झा ने गुरुवार को कहा कि संख्या में आरटी-पीसीआर(RT-PCR) और रैपिड एंटीजन टेस्ट(RAT) की रिपोर्ट शामिल हैं, जो हरिद्वार से देवप्रयाग तक फैले हुए पूरे मेला क्षेत्र में पांच दिवसीय अवधि में विभिन्न अखाड़ों (तपस्वी समूहों) के भक्तों की हैं।
उन्होंने कहा कि अधिक आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, और प्रवृत्ति से पता चलता है कि कुंभ मेला क्षेत्र में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 2,000 तक बढ़ने की संभावना है. कुंभ मेला क्षेत्र 670 हेक्टेयर में फैला हुआ है, जिसमें ऋषिकेश सहित हरिद्वार, टिहरी और देहरादून जिले शामिल हैं.
12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या और 14 अप्रैल को मेष संक्रांति के अवसर पर आयोजित अंतिम दो शाही स्नान (शाही स्नान) में भाग लेने वाले 48.51 लाख लोगों को खुलेआम मास्क पहनने और सामाजिक भेद जैसे सीओवी(cov) मानदंडों का खुलेआम उल्लंघन करते देखा गया।
उनके सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, पुलिस गंभीर समय की कमी के कारण दो प्रमुख स्नान स्थलों पर हर की पैरी घाट पर अखाड़ों और राख से बने तपस्वियों के मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) को लागू नहीं कर सकी.
चूंकि 13 अखाड़ों को सूर्यास्त से पहले अपने आवंटित समय स्लॉट के अनुसार हर की पैरी में अपना पवित्र स्नान करना था, इसलिए पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी ताकि अगले अखाड़े के आने से पहले घाट खाली कर दिया जा सके.
झा ने कहा कि 14 अप्रैल तक मेष संक्रांति शाही स्नान के बाद तक आरटी-पीसीआर परीक्षणों का सामना करना पड़ रहा था, आने वाले दिनों में अखाड़ों को आवंटित क्षेत्रों सहित कुंभ क्षेत्र में परीक्षण और टीकाकरण दोनों होने की संभावना है।