कृषि कानून रद्द कराने को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर तीन महीने से किसान आंदोलन जारी है… ऐसे में किसानों ने रोटेशन सिस्टम के तहत आंदोलन चलाने का फैसला किया है… रोटेशन सिस्टम के तहत गांवों से दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने वाले किसान रास्ता ना भटके इसके लिए आंदोलनकारी किसानों ने जाखोदा बाईपास से टिकरी बॉर्डर तक करीब 12 किलोमीटर दायरे में साइन बोर्ड पर नाम और पता स्टेबलिश किया है… ऐसा इसलिए किया गया है ताकि उनके सह-ग्रामीणों या फिर दूसरे लोगों को अपने परिचितों को तलाशने में असुविधा ना हो… 50 मीटर की दूरी में 100 से ज्यादा ऐसे साइन बहादुरगढ़-टिकरी सीमा पर लगाए गए हैं… किसानों का कहना है कि वे अपने गांवों से साइनबोर्ड बनवाकर लाए है और उन्होंने इसे अपने सुविधानुसार यहां पर लगाया है… हाईवे पर लगे मील के पत्थरों पर भी किसानों ने अपने नाम औप पते लिखे हुए हैं