नई दिल्ली/
देश में कोरोना के मामले दो लाख से ज्यादा रोजाना सामने आ रहे हैं. कोरोना दिन पर दिन बेकाबू होता जा रहा है. कहा जा रहा है कि कोरोना की यह दूसरी लहर पहले वाली से कहीं ज्यादा खतरनाक है और यही कारण है कि ज्यादा लोग कोरोना चपेट में आ रहे हैं. खबर के अनुसार कोरोना वायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है. इसके लक्षण भी बदलते जा रहे हैं.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संस्थान ने पाया है कि कोरोना के आधे मरीजों में कुछ ऐसे लक्षण पाए गए हैं, जो इससे पहले कभी नहीं देखे गए. इसमें मुंह का सूखना प्रमुख है. इसमें जेरोस्टोमिया भी कहा जाता है. माना जा रहा है कि संक्रमण के शुरुआती समय का यह लक्षण हो सकता है. इसके बाद अगले कुछ दिनों के भीतर मरीज में बुखार, गले में दर्द जैसे लक्षण दिखने शुरू होते हैं.
बता दें कि डॉक्टर्स के अनुसार मुंह सूखने जुबान सूखने की बड़ी वजह यह है कि शरीर में लार पैदा करने की क्षमता कम हो जाती है. लार की वजह से वजह से हमारा मुंह खराब कीटाणुओं और दूसरे तत्वों से बचा रहता है. साथ ही पाचन प्रक्रिया में मदद करता है. इसके अलावा कोविड मरीजों के मुंह में जख्म या दर्द वाले दानों की शिकायत देखी जा रही है. इसके अलावा इन्हें जीभ के ऊपरी हिस्से में जलन या असहजता महसूस हो रही है. जीभ के रंग में बदलाव देखा जा रहा है.
इसके पहले के रिसर्च में कहा गया था कि कोरोना से पीड़ित हो रहे मरीजों को इस बीमारी का दीर्घकालिक प्रभाव देखने को मिल रहा है. संक्रमण के कई महीनों के बाद भी लोगों में लक्षण पूरी तरह से खत्म नहीं हो रहे हैं. दीर्घकालिक प्रभावों में सूंघने की शक्ति और स्वाद की पहचान, थकान जैसे लक्षण शामिल हैं.