दिल्ली/दीपक शर्मा: प्रदूषण नियंत्रण को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों के साथ बैठक की है,बैठक के बाद केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बहुत हद तक प्रदूषण को कंट्रोल किया गया है,पराली जलाने को लेकर कहा कि इसके लिए कमेटी निगरानी कर रही है,किसान पराली ना जलाएं।वहीं हरियाणा के पांच जिलों पानीपत गुरुग्राम फरीदाबाद सोनीपत और झज्जर को प्रदूषण के मामले में हॉटस्पॉट चिन्हित किया गया है जहां अधिकारियों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
प्रदूषण का सीजन अब शुरू होने वाला है,क्योंकि सर्दियों की शुरुआत के साथ ही दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा पंजाब राजस्थान जैसे राज्यों में पराली जलाने और कंस्ट्रक्शन जैसे काम शुरू हो जाते हैं,तमाम मुद्दों पर चर्चा के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यों के साथ वर्चुअल मीटिंग की,बैठक के बाद जावड़ेकर ने कहा कि बीजेपी सरकार में हवाओं के अच्छे दिन आए हैं क्योंकि प्रदूषण का स्तर नीचे हुआ है।
पराली जलाने की समस्या को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने इसके लिए 3 राज्यों को 3 साल में लगभग 17 सौ करोड रुपए की मशीन दी है। मशीनों का उपयोग किया जाएगा तो पराली जलाने का संकट नहीं होगा।इतना ही नहीं जावड़ेकर ने कहा कि पराली जलाने को लेकर किसानों को जागरुक किया जा रहा है,उन्होंने कहा कि पराली जलाने वाले राज्यों पर प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की निगरानी रहेगी।
जावड़ेकर ने ये भी कहा कि प्रदूषण कंट्रोल के लिए राज्यों के साथ मिलकर केंद्र की लड़ाई जारी रहेगी,दिल्ली समेत तमाम राज्यों में हॉटस्पॉट चिन्हित किये गये हैं जिसमें हरियाणा के पांच जिले शामिल हैं। दरअसल हर साल नवंबर-दिसंबर महीने के आस-पास पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में पराली जलाए जाने के कारण वायु प्रदूषण काफी बढ़ जाता है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने पहले ही सावधानी बरत ली है।