India News Haryana (इंडिया न्यूज), Punjab Tehsildar News : जानकारी के मुताबिक 17 जनवरी को तहसीलदार रणजीत सिंह की ओर से जगराओं में छह रजिस्ट्रियां दर्ज करवाई गई थीं। उन रजिस्ट्रियों में उन्होंने उपभोक्ता के साथ तस्वीरें 5.05 मिनट से लेकर 5.12 मिनट तक सात मिनट के भीतर करवाई। वहीं लुधियाना पूर्वी दफ्तर में एक रजिस्ट्री तहसीलदार रणजीत सिंह की और से 5.16 मिनट में की गई। यानी तहसीलदार लुधियाना के पूर्वी दफ्तर से जगरांव तहसील दफ्तर की कुल 45 किलोमीटर की दूरी मात्र चार मिनट में ही तय कर गए।
ऐसे में वह पहले ऐसे तहसीलदार बने जिनकी स्पीड 500 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली दुनिया की सबसे तेज कार कोएनिगसेग जेस्को एब्सोल्यूट व 300 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली भारत की लैम्बोर्गिनी एवेंटाडोर एलपी अल्टीमा कार से भी ज्यादा है। आखिर कैसे रिटायरमेंट से करीब एक महीने पहले तहसीलदार मुसीबत में फंस गया? पूरा मामला लुधियाना के पूर्वी तहसील से जुड़ा हुआ है। यहां के दफ्तर में बैठकर जगरांव की छह विवादित रजिस्ट्रियां करने वाले तहसीलदार रणजीत सिंह बुरी तरह फंस गए हैं।
जानकारी के मुताबिक 17 जनवरी को तहसीलदार रणजीत सिंह ने छह रजिस्ट्रियां दर्ज करवाई। इनमें से एक 5.12 मिनट पर की गई तो दूसरी रजिस्ट्री करीब 45 किमी दूर की गई लेकिन पहली रजिस्ट्री से महज 4 मिनट बाद 5.16 पर हुई। अगर देखा जाए तो तहसीलदार साहब महज 4 मिनट के अंदर 45 किमी दूर पहुंचकर दूसरी जगह रजिस्ट्री करवा दिए। उनकी इस करतूत पर किसी की नजर पड़ गई और उनके विरुद्ध जांच बैठ गई। शुरुआती जांच में सामने आया कि तहसीलदार रणजीत सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।