इंडिया न्यूज, Risk of Heart Attack due to Covid : कोविड -19 संक्रमण और दिल का दौरा पड़ने की घटनाओं का बढ़ना चिंता का विषय है। विश्व हृदय दिवस पर कार्डियोलॉजी विभाग पीजीआई के प्रोफेसर राजेश विजयवर्गीय कहते हैं कि संक्रमण हृदय की पंप क्षमता को कम करके प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है और कोरोनरी धमनियों के तीव्र ब्लॉकेज का कारण बनता है जिससे विपरीत घटनाएं हो सकती हैं।
विजयवर्गीय कहते हैं “महामारी के कारण, धूम्रपान, शरीर के वजन में वृद्धि, शारीरिक और मानसिक तनाव और हृदय संबंधी दवाओं को बंद करने जैसे हृदय संबंधी जोखिम वाले कारकों में वृद्धि हुई है जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा रहता है। पुरानी बीमारियों के विपरीत स्वस्थ जीवनशैली से संबंधित कुछ बदलावों को शामिल करके हृदय रोगों को काफी हद तक रोका जा सकता है।
प्रोफेसर विजयवर्गीय ने कहा कि नियमित शारीरिक गतिविधि में शामिल होने, नमक का सेवन कम करने, नींद को नियमित करने, मनोवैज्ञानिक तनाव को कम करने और नियमित ध्यान से हृदय संबंधी जोखिम को काफी कम किया जा सकता है। युवा लोगों में भी हृदय रोग से मृत्यु और दिल का दौरा पड़ना चिंता का विषय है वे नियमित रूप से जिम कर रहे हैं और कम कैलोरी वाला आहार ले रहे हैं।
प्रो. विजयवर्गीय आगे कहते हैं कि कुछ हृदय संबंधी जोखिम कारक जैसे धूम्रपान, ज़ोरदार शारीरिक व्यायाम या मानसिक तनाव की अधिकता और हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास भी एक स्वस्थ व्यक्ति में मृत्यु या दिल का दौरा जैसी तीव्र हृदय संबंधी घटनाओं का कारण बन सकता है।