इंडिया न्यूज, Kyiv News : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को साढ़े 7 माह से ज्यादा का समय गुजर चुका है। इस समय न तो रूस ने यूक्रेन को हराने की जिद छोड़ी और न ही यूक्रेन ने रूस से हार मानी। पिछले एक सप्ताह से यह युद्ध काफी भयानक रूप ले चुका है।
रूस द्वारा यूक्रेन पर हवाई हमले लगातार जारी हैं। इस सप्ताह के शुरुआत से अब तक यूक्रेन में सैकड़ों लोग अपनी जान गवा चुके हैं। इस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जी-7 देशों से मदद की अपील की। उन्होंने अपनी अपील में इन देशों से एयर डिफेंस सिस्टम देने की अपील की, ताकि यूक्रेन की सेना अपने देश व नागरिकों को रूस के हवाई हमलों से बचा सके।
यूक्रेन के राष्ट्रपति की अपील के बाद जर्मनी ने यूक्रेन को मदद देते हुए अपना पहले अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम आईआरआईएस-टी एसएलएम दिया। यूक्रेनी रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकेव ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जर्मनी की सहायता से अब हम रूसी सेना को मुहंतोड़ जवाब दे सकेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका का एयर डिफेंस सिस्टम जल्द यूक्रेनी सेना को मिल जाएगा। हमें पश्चिमी देशों से काफी ज्यादा मदद की जरूरत और उम्मीद है, ताकि हम रूसी सेना के हमलों से अपने देश के नागरिकों को बचा सकें।
ज्ञात रहे कि फरवरी में युद्ध शुरू होने के बाद से ही अमेरिका सहित कई देशों ने यूक्रेन की काफी मदद की है। इसी का कारण है कि यूक्रेन पर 10 दिनों में पूरी तरह से कब्जा करने की घोषणा करने के बाद भी रूसी राष्ट्रपति अभी तक यूक्रेन को हरा नहीं पाए। आंकड़ों की बात करें तो युद्ध शुरू होने से लेकर अब तक अमेरिका ने सबसे ज्यादा 4.44 लाख करोड़ की मदद यूक्रेन को दी है। इसके साथ ही जर्मनी, फ्रांस, कनाडा और इटली भी खुलकर यूक्रेन का साथ दे रहे हैं।
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