India News Haryana (इंडिया न्यूज), Indore News : देश का सबसे साफ स्वच्छ शहर की गिनती में शुमार, मिनी मुंबई के नाम से मशहूर इंदौर शहर से गंदगी की सफाई के साथ-साथ भिखारियों की भी सफाई कर अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए एक पहल करने जा रहा है। जानकारी मुताबिक इंदौर शहर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए एक सघन अभियान शुरू भी कर दिया गया है। इस अभियान के तहत भीख मांगने वालों को पकड़कर आश्रय स्थलों में भेजा जा रहा है। लेकिन अब ये अभियान और भी सख्त करते हुए एक और योजना बनाई गई है।
इस बारे इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि “दिसंबर के अंत तक हम भिखारी के खिलाफ सघन कार्रवाई शुरू करेंगे। यदि कोई व्यक्ति भीख देते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और उसे गिरफ्तार किया जाएगा।”
बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा भिक्षुकों को उज्जैन स्थित सेवा धाम आश्रम भेजा गया है, जिसमें योग्य भिखारी को स्वरोजगार की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। बता दें इस अभियान के तहत हाल ही में एक महिला के पास 75,000 रुपये मिले थे, जबकि इससे पहले एक अन्य भिखारी के पास 1 लाख रुपए से अधिक की राशि मिली थी। इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि कुछ भिखारी इसे रोजगार बना चुके हैं और शहर में आदतन मांगने के लिए आते हैं।
उल्लेखनीय है कि हर साल एक बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्यों से भिखारी इंदौर के चौक-चौराहों और सड़कों पर आते हैं, और यहां वाहन चालकों से भीख मांगते हैं। वहीं जब इन पर कार्रवाई होती है तो ये अपना क्षेत्र बदल लेते हैं, लेकिन अब 1 जनवरी से यदि कोई भीख देते पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इंदौर का यह कदम शहर को भिक्षुक मुक्त करने और इसे एक आदर्श उदाहरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।