इंडिया न्यूज, Two Tomato Flu Cases in Solan: सोलन जिले में टोमेटो फ्लू के दो मामलों का पता चलने के बाद हिमाचल के स्वास्थ्य अधिकारी चौकन्ना हो गए है। दोनों मरीजों को आइसोलेट कर उनके सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे लैब में भेज दिए गए हैं। टोमेटो फ्लू का पता चलने के बाद एक वरिष्ठ जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि जांच की रिपोर्ट मिलने तक मरीजों को अलग रखा जाएगा।
जिला स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने तक मरीजों को आइसोलेशन में रखा जाएगा। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने पिछले हफ्ते टोमेटो फ्लू को लेकर अलर्ट और एडवाइजरी भी जारी की थी। संक्रमित लोगों में से ज्यादातर पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे हैं जिनमें उच्च तापमान, तीव्र जोड़ों में दर्द और दाने सहित लक्षण हैं। बच्चों को लाल, दर्दनाक फफोले के फटने का भी सामना करना पड़ा जो टमाटर के आकार तक बढ़ गए।
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अन्य लक्षणों में थकान, मतली, उल्टी, दस्त, बुखार, निर्जलीकरण, जोड़ों में सूजन, शरीर में दर्द और सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण शामिल हैं। नैपी, अशुद्ध जगहों से छूने और चीजों को सीधे मुंह में डालने से शिशुओं और छोटे बच्चों को इस संक्रमण का खतरा होता है। यह एडल्ट्स में भी हो सकता है। लोगों से कहा गया है कि वायरल बीमारी से संबंधित कोई भी लक्षण दिखने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में रिपोर्ट करें।
भारत में इस रहस्यमय बीमारी का पहला मामला 6 मई को केरल में सामने आया था। तब से देश में 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। रोकथाम का सबसे अच्छा उपाय उचित स्वच्छता है। संक्रमित बच्चे के खिलौने, कपड़े, भोजन और अन्य सामान गैर-संक्रमित बच्चों के साथ साझा करने के साथ-साथ आसपास और पर्यावरण को साफ रखने से बचें। लोगों को यह भी सलाह दी गई है कि जिन बच्चों में इस बीमारी के लक्षण हैं उन्हें गले न लगाएं।
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