महिमा कटारिया, India News Haryana (इंडिया न्यूज), Ashok Gehlot: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार ने पार्टी को गहरे सदमे में डाल दिया है। कांग्रेस को उम्मीद थी कि 10 साल बाद राज्य में सत्ता में वापसी होगी, लेकिन नतीजों ने सभी को चौंका दिया।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और हरियाणा चुनाव के सीनियर पर्यवेक्षक अशोक गहलोत ने कहा कि इस हार को गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में यह चर्चा थी कि कांग्रेस जीतने वाली है, लेकिन विपरीत परिणाम सामने आए। गहलोत ने दिल्ली में एक बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, “इस हार को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है।
#WATCH | Delhi | AICC senior observer for Haryana polls, Congress leader Ashok Gehlot says, "We are taking this loss very seriously. The exit polls, the public in one voice was saying that Congress would form govt (in Haryana). We need to go to the root of this…" pic.twitter.com/CPOncfICCy
— ANI (@ANI) October 10, 2024
मीडिया, एग्जिट पोल और आम जनता ने सभी ने कहा था कि कांग्रेस की सरकार बनेगी। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि परिणाम उलटे आ गए?” उन्होंने यह भी कहा कि यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि क्यों कार्यकर्ताओं और आम जनता के मन में आशंकाएं हैं। उन्होंने बैठक में चर्चा के बाद कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।
केसी वेणुगोपाल ने बताया कि फॉलो-अप किस प्रकार किया जाएगा। गहलोत ने यह भी कहा कि ईवीएम या अन्य कारणों की वजह से नतीजे उलटे आ सकते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मुलाकात कर अपनी आशंकाओं को दूर करने की मांग की है और लिखित ज्ञापन भी दिया है। हालांकि, इस बैठक में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान की अनुपस्थिति रही, जिनमें से उदयभान विधायकी का चुनाव भी हार गए हैं। गहलोत का कहना था कि पार्टी को इस हार से सीख लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।