India News Haryana (इंडिया न्यूज), Balmukund Sharma: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की लगातार तीसरी हार के बाद पार्टी के अंदर उथल-पुथल मच गई है। पार्टी ने एक तरफ जहां हार की जिम्मेदारी पर मंथन शुरू किया, वहीं दूसरी तरफ अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई भी की जा रही है। हाल ही में, पार्टी प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा को छह साल के लिए बर्खास्त कर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस के अंदरूनी मामलों पर तीखा हमला किया।
बालमुकुंद शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं को हार का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का बंटाधार भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कारण हुआ है, जिन्होंने पार्टी की दिशा को पूरी तरह से बदल दिया। शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें बिना किसी नोटिस या कारण बताए पार्टी से निकाल दिया गया, जो कि उनके लिए अप्रत्याशित और निराशाजनक था, क्योंकि उन्होंने कांग्रेस में 30 सालों तक सेवा दी थी।
इसके अलावा, बालमुकुंद ने यह खुलासा किया कि हार के बाद पार्टी में नेतृत्व बदलने पर विचार किया जा रहा था और अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की योजना थी, लेकिन उनकी बर्खास्तगी के बाद यह बदलाव भी ठंडे बस्ते में चला गया। उन्होंने यह भी बताया कि राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी से गठबंधन की कोशिश की थी, लेकिन पार्टी के अंदरूनी विरोध के कारण यह संभव नहीं हो सका।
बालमुकुंद शर्मा ने अंत में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदयभान को भविष्य में पंचायत के सदस्य तक न बनने की बद्दुआ दी। उनके आरोप और तीखी बयानबाजी से साफ है कि पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी और नेतृत्व के सवाल कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गए हैं।