महिमा कटारिया, India News Haryana (इंडिया न्यूज), CM Oath Ceremony: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने नायब सैनी को मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करने का ऐलान कर दिया है। उन्हें 17 अक्टूबर को पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। इस बीच, पार्टी के वरिष्ठ विधायक अनिल विज का सीएम बनने का सपना टूट गया है, और अब सवाल उठता है कि क्या उन्हें नायब सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा या पार्टी उन्हें किनारे कर देगी।
पंचकूला में विधायक दल की बैठक में कृष्ण बेदी ने नायब सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे अनिल विज ने समर्थन किया। अनिल विज, जो पहले से ही सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे, ने पार्टी के इस निर्णय को स्वीकार किया। इस प्रकार, पार्टी ने उन्हें ही सीएम के नाम का अनुमोदन देने का सहारा लिया, जो एक तरह से रणनीतिक कदम साबित हुआ।
बैठक के बाद अनिल विज ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि भाजपा का हर कार्यकर्ता सीएम बन सकता है और यह निर्णय पार्टी हाईकमान द्वारा लिया जाता है। उन्होंने कहा कि वह कभी भी सीएम बनने की लालसा नहीं रखते और जो भी जिम्मेदारी पार्टी उन्हें देती है, उसे निभाने के लिए तैयार हैं।
विज ने बताया कि वह सात बार के विधायक हैं और सीएम ना बनने का उन्हें कोई मलाल नहीं है। यहां तक कि अगर पार्टी उन्हें चौकीदार की भूमिका भी सौंपे, तो भी वह निष्ठा से काम करेंगे। इस प्रकार, हरियाणा की राजनीति में एक नया मोड़ आया है, जिसमें नायब सैनी की नियुक्ति और अनिल विज की स्थिति महत्वपूर्ण सवाल उठाती है।