India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Election Result: मायावती ने हाल ही में ऐलान किया है कि उनकी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), हरियाणा और पंजाब में किसी भी क्षेत्रीय पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हरियाणा विधानसभा चुनाव में बसपा को सभी 37 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था, और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के साथ गठबंधन ने भी निराशाजनक परिणाम दिए, जिसमें इनेलो केवल दो सीटों पर जीत हासिल कर सकी।
मायावती ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में बीएसपी का वोट गठबंधन की पार्टियों को ट्रांसफर होता है, लेकिन ये पार्टियां अपने वोट बसपा की ओर मोड़ने में असफल रहती हैं। इससे पार्टी में निराशा का माहौल बनता है, और इस स्थिति से बचने के लिए अब उन्होंने क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन न करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि देश में बीएसपी एकमात्र आंबेडकरवादी पार्टी है, और इसके आत्म-सम्मान को कमजोर करने के लिए जातिवादी प्रयास जारी हैं। ऐसे में पार्टी को अपने उद्धार के लिए स्वंय प्रयास करने की आवश्यकता है। मायावती ने यह भी कहा कि बसपा का उद्देश्य विभिन्न पार्टियों और स्वार्थी नेताओं को जोड़ना नहीं है, बल्कि बहुजन समाज के विभिन्न वर्गों को संगठित करके राजनीतिक शक्ति बनाना है। इससे ध्यान भटकाना हानिकारक साबित हो सकता है।
हरियाणा में इनेलो-बसपा गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में भाग लिया था, जिसमें बसपा ने 37 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि, इनेलो को केवल डबवाली और रानिया सीटों पर जीत मिली, जबकि अन्य सीटों पर पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा।