India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Election Results: हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणामों में देरी और चुनाव आयोग की वेबसाइट पर रुझानों के धीमे अपडेट को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि बीजेपी प्रशासन चुनाव आयोग पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
पवन खेड़ा ने भी इसी संदर्भ में अपनी बात रखी है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी आंकड़े चैनलों पर कम दिखाई दे रहे हैं और ज्यादातर रिपोर्टिंग चुनाव आयोग के रुझानों पर निर्भर कर रही है। उन्होंने कहा, “यह पहली बार हो रहा है कि चैनल अपने रिपोर्टरों के आंकड़े नहीं, बल्कि चुनाव आयोग के आंकड़े दिखा रहे हैं। चुनाव आयोग के आंकड़े केवल 4 या 5 राउंड के हैं, जबकि हमारे कंट्रोल रूम से 11-12 राउंड के आंकड़े आ चुके हैं।”
लोक सभा नतीजों की तरह हरियाणा में भी चुनावी रुझानों को जानबूझकर चुनाव आयोग की वेबसाइट पर धीमे धीमे शेयर किया जा रहा है। क्या भाजपा प्रशासन पर दबाव बनाने की चेष्टा कर रही है @ECISVEEP?
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 8, 2024
उनका उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि विनेश फोगाट को 4 राउंड के बाद पीछे दिखाया गया, लेकिन 9 राउंड के बाद वह 5200 वोटों से आगे हैं। जयराम रमेश ने ट्वीट करके चुनाव आयोग से पूछा है कि यह किस तरह का दबाव है और उन्होंने तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
ये पहली बार हो रहा कि चैनल्स अपने रिपोर्टर के आँकड़े ना दिखा कर चुनाव आयोग के आँकड़े दिखा रहे हैं।
हरियाणा चुनाव पर पवन खेड़ा जी। pic.twitter.com/7fMuPb4eZn
— Ritu Choudhary (@RituChoudhryINC) October 8, 2024
इस स्थिति ने चुनावी माहौल में और भी खींचतान पैदा कर दी है, जहां कांग्रेस अपने अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार आवाज उठा रही है। राजनीतिक विश्लेषक इस मुद्दे को चुनावी पारदर्शिता के लिए एक गंभीर चुनौती मानते हैं, जो लोकतंत्र की नींव को प्रभावित कर सकता है।