India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Politics: हरियाणा में 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने जा रहा है। इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। बीजेपी संसदीय बोर्ड ने रविवार को यह निर्णय लिया, जिसके तहत ये नेता हरियाणा में विधायक दल के नेता का चुनाव करेंगे।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए गए, जिसमें बीजेपी ने 48 सीटें जीतकर तीसरी बार सत्ता में वापसी की। वहीं, कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने इस संबंध में जानकारी दी कि संसदीय बोर्ड ने जम्मू-कश्मीर में भी विधायक दल का नेता चुनने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
सियासी गलियारों में यह चर्चा चल रही है कि अमित शाह को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाना एक महत्वपूर्ण संकेत है, जिससे यह जाहिर होता है कि हरियाणा की नई सरकार में कुछ नए चेहरों को मौका मिल सकता है। हालांकि, हरियाणा में पहले ही यह घोषणा की जा चुकी थी कि जीत के बाद मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी नायब सिंह सैनी के हाथों में होगी। लेकिन पूर्व मंत्री अनिल विज ने कई बार मुख्यमंत्री पद की दावेदारी जताई है।
पिछले दिनों, जब बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया, तो अनिल विज नाराज हो गए थे और मंत्री पद स्वीकार करने से मना कर दिया था। अब देखना होगा कि क्या इस बार बीजेपी में नेतृत्व को लेकर कोई नया बदलाव देखने को मिलता है या फिर सैनी ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे।