India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Politics: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाल ही में हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी के राज्यपाल के अभिभाषण पर दिए गए जवाब की आलोचना की। हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री का जवाब कोई नया और प्रभावी नहीं था। उन्होंने पिछले 10 वर्षों में अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यों का कोई ठोस विवरण नहीं दिया और इसके बजाय कांग्रेस सरकार के कार्यों का ही उल्लेख किया। इससे यह साफ प्रतीत हुआ कि मुख्यमंत्री विपक्षी पार्टी पर आरोप लगाकर अपनी स्थिति को सही साबित करने की कोशिश कर रहे थे, जबकि राज्य के प्रमुख मुद्दों पर कोई स्पष्टता नहीं दी गई।
हुड्डा ने डीएपी की कमी पर भी सवाल उठाए, जिस पर मुख्यमंत्री का जवाब निराशाजनक था। राज्य में आज भी डीएपी की भारी कमी है, जिससे किसानों को दिक्कतें हो रही हैं। इसके अलावा, खाद की बिक्री से जुड़ी समस्या पर भी सरकार की सफाई अधूरी रही, जबकि राज्य के थानों में खाद की बिक्री को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
विधानसभा भवन के निर्माण के मुद्दे पर भी कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के हक का पानी और हिंदी भाषी क्षेत्र की मांग पूरी किए बिना कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने पंजाब द्वारा हरियाणा का हिस्सा दबाए जाने की ओर भी इशारा किया और कहा कि विधानसभा भवन का विस्तार उसी स्थान पर होना चाहिए।
हुड्डा ने कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भाजपा ने सिर्फ छह महीने में विपक्षी नेता चुन लिया था, और हरियाणा में भी कांग्रेस जल्द ही अपना नेता प्रतिपक्ष तय कर लेगी। कुल मिलाकर, विधानसभा सत्र में सरकार से कोई ठोस और संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पाया, और मुद्दों पर गंभीर चर्चा की कमी महसूस हुई।