India News Haryana (इंडिया न्यूज), Jamaat e Islami: जमात-ए-इस्लामी हिंद ने हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर तीखी आलोचना की है। संगठन का कहना है कि कांग्रेस वंचित वर्गों से जुड़ने में असफल रही, जिसका नतीजा यह हुआ कि पार्टी ने केवल जाट वोटों पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे अन्य समुदायों ने कांग्रेस से दूरी बना ली और बीजेपी को इसका लाभ मिला।
जमात-ए-इस्लामी हिंद ने कांग्रेस को सलाह दी है कि उसे अपनी चुनावी रणनीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। संगठन के अनुसार, चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी को आम लोगों से संवाद करना चाहिए था, जिससे उसे जमीनी हालात का सही आकलन हो पाता। इसके बजाय, कांग्रेस ने सिर्फ जाट समुदाय पर अपना ध्यान केंद्रित किया, जिससे अन्य वर्ग बीजेपी के पक्ष में लामबंद हो गए।
यह स्थिति चुनाव को जाट बनाम नॉन-जाट के रूप में स्थापित कर गई, जिसका फायदा बीजेपी को मिला। संगठन ने कांग्रेस पर अपने पारंपरिक वोट बैंक की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। अगर कांग्रेस ने अपने प्रचार में वंचित और समाज के हाशिए पर पड़े लोगों को शामिल किया होता, तो उसकी जीत की संभावना बढ़ सकती थी।
इसके अलावा, जमात-ए-इस्लामी हिंद ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया के शांतिपूर्ण संपन्न होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि लोगों की भागीदारी उत्साहजनक थी और नई सरकार को सभी वर्गों के लिए काम करना चाहिए। संगठन ने मांग की कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा तुरंत बहाल किया जाना चाहिए, जैसा कि केंद्र सरकार ने वहां के लोगों से वादा किया था।