India News Haryana (इंडिया न्यूज), Ram Niwas Ghorela: विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस प्रत्याशी अपनी-अपनी स्तर पर हार की समीक्षा कर रहे हैं। हर सीट पर जो सबसे प्रमुख बात सामने आ रही है, वह है अपनों का दगा करना। कई कांग्रेस प्रत्याशियों ने सहयोगियों पर चुनाव में सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए हार का ठीकरा उनके सिर फोड़ा है। अब, हार के बाद वे खुलकर उन लोगों के नाम ले रहे हैं, जिन्होंने उन्हें धोखा दिया।
हिसार के बरवाला से कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास घोड़ेला ने अपनी हार का जिम्मेदार हिसार के सांसद जयप्रकाश को ठहराया है। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश के भाई ने दूसरी पार्टी के प्रत्याशी को वोट डलवाने के लिए प्रेरित किया। घोड़ेला ने आरोप लगाया कि अपनों के कारण ही वे चुनाव हार गए हैं। सांसद जयप्रकाश ने खुले मंच से कहा था कि “मेरी फोटो का बदला जनता लेगी,” लेकिन जब पार्टी के कार्यकर्ता ही प्रत्याशियों के खिलाफ बयानबाजी करने लगे, तो उनसे वोट की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
घोड़ेला ने यह भी कहा कि कांग्रेस की हार का मुख्य कारण पार्टी में मौजूद कुछ जयचंद हैं, जिन्होंने अंदर से दूसरी पार्टियों के प्रत्याशियों को वोट दिलवाए। उनके पास इस संबंध में कई सबूत हैं। उन्होंने सतेंद्र सहारण खेदड़, राजेंद्र सूरा, रणधीर धीरा और सांसद जयप्रकाश का नाम लिया, जिनका आरोप है कि इन सभी ने उन्हें हराने में मदद की।
घोड़ेला ने यह भी बताया कि चुनावी दिन और उससे पहले कई कांग्रेस नेताओं ने कार्यकर्ताओं को फोन करके कहा कि उन्हें संजन सातरोड़ को वोट डालना है। इस तरह, उन्होंने कहा कि हर एक सीट को हरवाने का प्रयास किया गया। यह सोचते हुए कि यदि बरवाला या नलवा जैसी सीटें हार गईं, तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, कांग्रेस ने जीतने वाली सीटें भी खो दीं और 37 सीटों पर सिमट गई।