India News Haryana (इंडिया न्यूज), Satish Poonia: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के कारणों की पड़ताल जारी है। इस बीच, हरियाणा बीजेपी के प्रभारी सतीश पूनिया ने दावा किया है कि कांग्रेस ने किसानों, पहलवानों, जवानों और संविधान के मुद्दे पर जो कहानी बनाई, वह विफल साबित हुई।
पूनिया ने कहा, “हम किसी भ्रम में नहीं थे। हमें पता था कि हरियाणा में जीतना मुश्किल होगा, इसलिए हमने अपने कार्यकर्ताओं को संगठित किया और लोकसभा चुनावों में की गई गलतियों से सबक लिया।” उनका कहना था कि कांग्रेस का कैडर ज़मीन पर सही से काम नहीं कर सका, जबकि बीजेपी ने सही उम्मीदवारों के चयन, पार्टी प्रबंधन और प्रभावी प्रचार पर ध्यान केंद्रित किया।
सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस विभाजित थी और यह स्पष्ट नहीं था कि उनका मुख्यमंत्री कौन होगा। नायब सिंह सैनी बीजेपी के चेहरा थे। उन्होंने यह भी बताया कि सोनीपत जिले में उन्हें जीत की उम्मीद नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी ने वहां चार सीटें जीतीं, जहां जाट समुदाय का दबदबा है।
किसानों की नाराजगी के बारे में पूनिया ने कहा कि चुनाव नतीजे दिखाते हैं कि किसान आंदोलन की पटकथा पहले से लिखी हुई थी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस ने कुछ लोगों को प्रायोजित किया था। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान किसान आंदोलन का असर था, लेकिन विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने अपने फैसले का पुनर्मूल्यांकन किया।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल करते हुए 48 सीटों पर विजय प्राप्त की है, जो कि पार्टी की हैट्रिक है। वहीं कांग्रेस को 37 सीटें, आईएनएलडी को दो और अन्य को तीन सीटें मिली हैं।