India News Haryana (इंडिया न्यूज),Neetu Ghanghas: नए साल पर बवानी खेड़ा की बॉक्सर बेटी नीतू घनघस ने हरियाणा का मान बढ़ाया है। बवानी खेड़ा के गांव धनाना की बॉक्सर बेटी नीतू घनघस को अर्जुन अवार्ड से नवाजा जाएगा। जी हां, नीतू को अर्जुन अवार्ड मिलने की घोषणा पर चारों तरफ़ ख़ुशी का माहौल है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, 17 जनवरी को दिल्ली में राष्ट्रपति नीतू को अर्जुन अवार्ड देकर सम्मानित करेंगे। बॉक्सिंग में अर्जुन अवॉर्ड पाने वाली नीतू हरियाणा की तीसरी बेटी बनेंगी। इस खबर को जानने के बाद नीतू की खुशी का ठिकाना नहीं है। जी हां नीतू ने इसे लेकर खुशी भी जाहिर की है। आइए जानते हैं इसे लेकर नीतू ने क्या कहा?
ये सूचना मिलने के बाद नीतू घनघस ने कहा कि, कोच जगदीश और परिजनों के सहयोग से अर्जुन अवार्ड मिल रहा है। अर्जुन अवार्ड से अगले साल कॉमनवेल्थ और एशियन गेम में कॉन्फ़िडेंस मिलेगा। इसके अलावा नीतू के कोच जगदीश ने कहा कि, नीतू को राष्ट्रीय स्तर का सम्मान मिलने पर दूसरी बॉक्सर बेटियों को प्रेरणा मिलेगी। इस पर भिवानी बॉक्सिंग क्लब के अध्यक्ष कमल प्रधान का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि नीतू बेटी ने कमाल कर दिया। नीतू कठिन परिस्थितियों में खेल कर कॉमनवेल्थ व एशियन गेम्स विजेता बनी थी।
इसके अलावा नीतू के पिता जयभगवान ने बेटी की उपलब्धि पर ख़ुशी जताई और कहा कि बॉक्सर विजेंदर को देख नीतू ने 2012 बॉक्सिंग की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि नीतू भी 2028 ओलंपिक में विजेन्द्र की तरह मेडल लाएगी।
म्हारी बेटी बेटों से कम नहीं। खिलाड़ियों पर बनी फ़िल्म के इस डायलॉग को भिवानी जिले के बवानी खेड़ा विधानसभा क्षेत्र के गांव धनाना की बॉक्सर बेटी नीतू घनघस ने एक बार फिर सार्थक किया है क्योंकि खेल विभाग द्वारा जारी अवार्ड की लिस्ट में नीतू का नाम सबसे उपर है। इसके बाद मिनी क्यूबा भिवानी में हर कोई ख़ुशी और गर्व जता रहा है। खेल विभाग ने खिलाड़ियों के लिए अर्जुन अवार्ड की घोषणा की है। जिसमें मिनी क्यूबा भिवानी की बॉक्सर बेटी नीतू घनघस का नाम सबसे उपर है।
नीतू को अर्जुन अवॉर्ड मिलने की सूचना मिलते ही पूरे जिला में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी लेकिन बड़ी और ख़ास बात ये है कि इस ख़ुशी को भी नीतू व उनके कोच जश्न मनाकर समय ख़राब करने की बजाय आज भी रिंग में दिखे। दोनों आज भी बॉक्सिंग रिंग में पसीना बहा रहे हैं। ताकि अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ व एशियन गेम और 2028 के ओलंपिक में विजेता बन सकें।
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