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NHM Employees Protest : मांगें पूरी नहीं होती, तब तक पीछे नहीं हटेंगे एनएचएम कर्मचारी

• LAST UPDATED : August 10, 2024
  • सीएमओ कार्यालय के सामने एनएचएम कर्मियों ने की भूख हडताल

  • देशभक्ति गीतों से एनएचएम कर्मियों ने भरा जोश

India News Haryana (इंडिया न्यूज़), NHM Employees Protest : जींद में स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर शनिवार को 16वें दिन भी हड़ताल पर डटे रहे। वहीं तीसरे दिन भूख हड़ताल को जारी रखा। एनएचएम कर्मियों ने सीएमओ कार्यालय के सामने धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पांच कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठे जिनमें डाॅ. विवेक गुप्ता, दीपक कुमार, नरेश, डाॅ. विजयपाल व डाॅ. मोहन वशिष्ठ शामिल रहे। धरने की अध्यक्षता सुनील सैनी रैफरल ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर ने की जबकि मंच संचालन योगेश ईएमटी व नवीन बड़ाला ने की।

मीडिया प्रभारी सुनील सैनी ने देशभक्ति रागिनी भगत सिंह और माता विद्यावती की बातचीत तेरी आंख्या म्ह पानी आगया, न्यू तन्ने देख डरूं मैं, सोनिया डाइटीशियन ने गीत ए वतन मेरे वतन आजाद रहे तू तथा पूनम, शीतल, सुमित, कमलेश, बिमला आदि ने देशभक्ति, सामण संबंधित गीत प्रस्तुत किए तथा साथ ही अन्य कर्मचारियों डाॅ. अजय मोर, डाॅ. संदीप शर्मा, अमित लाड़वाल,  शीतल, नवीन बड़ाला, डाॅ. अमित, भविष्य, गणपत, कुर्बान, डाॅ. रेणु,  नर्मदा, सुनील रेढू, प्रवीण कुमार, रोहताश, सुनील रधाना, संदीप कुंडू व कमलेश बिश्नोई आदि ने अपने विचार रखे।

NHM Employees Protest : स्वास्थ्य सेवाओं पर दिखने लगा असर

एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सभी स्वास्थ्य सेवाओं पर असर दिखने को मिला, जिसमें लेबर रूम में डिलीवरी का कार्य, नर्सरी में नवजात शिशुओं की देखरेख का कार्य, केएमसी यूनिटए रेफरल, ट्रांसपोर्ट एम्बुलेंस सुविधा न मिलना, जन्म-मृत्यु विभाग कार्य, मेंटल हेल्थ, केंद्रीय औषधि विभाग कार्य, स्कूल हैल्थ (आरबीएसके) व आरकेएसके टीम द्वारा फील्ड में बच्चों के स्वास्थ्य जांच कार्य, एनसीडी, एनआरसी, टीबी विभाग, आयुष विभाग, एनएचएम कार्यालय, पीपी सेंटर, टीकाकरण कार्य, सभी सीएचओ व रिपोर्टिंग आदि कार्य शामिल रहे। जबकि एनएचएम कर्मचारी पिछले काफी सालों से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा अपना काम पूरी लग्र, ईमानदारी व निष्ठा से करते आ रहे हैं।

उन्होंने मांग की है कि एनएचएम कर्मचारियों को पक्का कर्मचारी घोषित किया जाए। सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाए, सर्विस रूल के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए। कैशलैस मेडिकल सुविधा देने, एलटीसी, ग्रेजुएटी व एक्सग्रेशिया का लाभ दिया जाए। कर्मचारियों को सेवा के अनुसार ईएल, स्टडी लीव, ट्यूशन फीस का लाभ दिया जाए। आयुष्मान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी को लागू किया जाए। बांड प्रथा को समाप्त करने, एनएचएम कर्मियों को ट्रांसफर सुविधा देने, वर्ष 2017 से 2024 तक कर्मियों द्वारा दी गई हड़ताल अवधि का वेतन जारी करने व सेवा अवधि में गणना की जाए।

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