इंडिया न्यूज, हेलसिंकी।
रूस-यूक्रेन युद्ध लगातार जारी है। कई वार्ता का दौर भी हो चुका है, लेकिन अभी तक युद्ध पर विराम नहीं लगा। यू कहें कि युद्ध दोनों देशों में अब अहम का विषय बनता नजर आ रहा है। इसी बीच फिनलैंड ने नाटो में शामिल होने की घोषणा कर दी है। फिनलैंड की प्रधानमंत्री सन्ना मारिन और राष्ट्रपति सौली नीनिस्टो नाटो की सदस्यता के लिए जल्द ही आवेदन दाखिल करेंगे। इस पर रूस भड़क गया है।
वहीं जैसे ही फिनलैंड का नाटों की सदस्यता लेने के बारे में रूस को मालूम हुआ तो रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेश्कोव ने कहा कि अगर फिनलैंड नाटो में शामिल होता है तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। फिनलैंड के इस कदम से यूरोप में स्थिरता और सुरक्षा में किसी तरह की कोई मदद नहीं मिलेगी। उधर फिनलैंड प्रधानमंत्री सन्ना मारिन ने कहा कि वे जल्द नाटो मेंबरशिप के लिए आवेदन करेंगी।
ज्ञात रहे कि पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में यूक्रेन के मानवीय संकट को लेकर वोटिंग की गई जिसमें 47 देशों में से 33 देशों की वोट रूस के खिलाफ रही, जबकि भारत और पाकिस्तान समेत 12 देशों ने वोटिंग से परहेज किया। वहीं, इरीट्रिया चीन ने रूस के सपोर्ट में वोट दिया।
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