India News Haryana (इंडिया न्यूज़), Jind Schoolgirl Molestation : हमारी संस्कृति में स्कूल को शिक्षा का मंदिर तो, शिक्षक को गुरु दर्जा दिया जाता है और गुरु के सानिध्य में बच्चों को सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता रहा है, लेकिन आज के दौर में बच्चे कहीं भी महफूज़ नहीं हैं। आज शिक्षक की स्कूल की बच्चियों को अपनी वासना का शिकार बना रहे हैं। जींद जिले में आज तीसरा केस सामने आया जब एक शिक्षक द्वारा छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है
उल्लेखनीय है कि 6 महीने पहले जींद के उचाना के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने अपने स्कूल की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की और बाद में मामला उजागर होने के बाद उस प्रिंसिपल आज सलाखों के पीछे है। ऐसा ही मामला दो दिन पहले नरवाना सदर थाना क्षेत्र के स्कूल में छात्रा के साथ दुष्कर्म का आया हैं। यहां प्रिंसिपल पर अपनी 10 साल की छात्रा के साथ रेप के आरोप लगे हैं।
इस मामले में जींद पुलिस जांच कर रही है। सोमवार को फिर एक ऐसा ही मामला जींद सदर थाना क्षेत्र में सामने आया जहां सरकारी स्कूल की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ हुई। यहां ग्रामवासियों में स्कूल के स्टाफ के प्रति गहरा रोष हैं, जिसके चलते ग्रामवासियों ने स्कूल के गेट को ताला जड़ने का काम किया।
गांव की एक महिला ने कहा कि हम गांव के हाई स्कूल में अपनी लड़कियों को पढ़ने के लिए भेजते हैं, यहां मास्टर बच्चियों के गलत तरीके से हाथ पकड़ते हैं और गलत नजर से देखते हैं। हमारी बच्ची स्कूल में सुरक्षित नहीं हैं। ऐसी शिकायत पहले भी आई थी, लेकिन अब देख भी लिया। हमारी बच्ची स्कूल में सुरक्षित नहीं हैं। हमारी लड़कियों के साथ छेड़छाड़ हुई हैं, ये हमें परसों ही पता चला हैं। 10वीं और 9वीं कक्षा की लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की हैं।
पहले बहुत बार शिकायत आ चुकी हैं, बहुत बार लड़कियों को गलत नजर से देखते हैं। इस मामले पर गांव के सूबे सिंह ने कहा कि यहां स्कूल में मास्टर लड़कियों की बाह पकड़े हैं, तभी ग्रामवासी स्कूल के बाहर पहुंचे हैं और पहले भी दो-तीन वाक्य हो गए हैं, यहां स्कूल का स्टाफ गलत हैं। एक मास्टर भी सही नहीं हैं। मुझको आज पता लगा जब गांव इकट्ठा हुआ हैं कि अभी तक पुलिस को शिकायत नहीं की और पुलिस तो अभी आई हैं। हम ये चाहते हैं कि यहां से सारा स्टाफ बदला जाए, ये स्टाफ गंदा हैं।
इस पूरे मामले पर दिनेश कुमार (गांव के हाई स्कूल, डीडीओ) ने कहा कि हमारे स्कूल में एक मनोज नाम का कंप्यूटर टीचर हैं, जिसकी शिकायत स्कूल की तीन छात्रा लेकर आई कि ये टीचर एक लड़की को छेड़ता हैं और उसके छात्रा का हाथ पकड़ा और बार-बार टेलीफोन करता हैं। टीचर ने छात्रा को कुछ आपत्तिजनक शब्द भी लिखे हैं, तो फिर मैंने बच्ची का नाम उजागर नहीं किया और फिर मैंने दो एसएमसी के सदस्य बुला लिए ताकि बच्ची बदनाम ना हों, उसका नाम नहीं लिया। उस टीचर ने एसएमसी के सदस्यों के सामने कबूल लिया कि मैंने ऐसा किया हैं।
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