बैंक खुलने के बाद सेंटर पर उपभोक्ताओं की उमड़ी भीड़
बैंक खुलने के बाद अंदर आधार कार्ड सेंटर पर इस कदर भीड़ उमड़ी की एक दूसरे के बीच धक्का मुक्की चलती रही। यहां तक की महिला कर्मचारी चारों तरफ से घिर गई। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिसको लेकर उपभोक्ताओं ने सरकार व प्रशासन को जमकर कोसा और रोष व्यक्त किया। यहां तक की पीने के पानी के लिए उपभोक्ता तरसते रहे। ऐसे हालात प्रशासन की अनदेखी के चलते हो रहे हैं। डिपो होल्डर के मुताबिक एक तरफ सरकार की ओर से बीपीएल कार्ड धारकों को केवाईसी करवाने के लिए कहा गया है जिसको लेकर डिपो पर केवाईसी करवाने के लिए उपभोक्ताओं की लाइनें लगी हुई है वहीं दूसरी तरफ सरकार द्वारा 10 साल बाद दोबारा से उपभोक्ताओं के आधार कार्ड अपडेट करवाने के लिए कहा गया है।
3 महीने के बच्चे के साथ-साथ परिजन लाइनों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए
अपडेट न होने पर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकेगा। शहर में आधार कार्ड के दो सेंटर बनाए गए हैं जिसमें पुरानी बस अड्डे के नजदीक एसबीआई बैंक व मिनी सचिवालय शामिल हैं। मिनी सचिवालय में तो हालात ऐसे हो गए हैं कि यहां पर टोकन सिस्टम लागू किया गया है।
टोकन खत्म होने के बाद अगले दिन काफी उपभोक्ताओं को किराए पर मेट्रो रिक्शा करके आधार कार्ड को अपडेट करवाने के लिए पहुंच रहे हैं जिसे उपभोक्ताओं को गर्मी के प्रकोप के चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि इस समस्या से निपटने के लिए हर वार्ड में कैंप लगाने होंगे लेकिन प्रशासन की ओर से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया यही कारण है कि आधार कार्ड जीवन का आधार पानी के लिए उपभोक्ता दर दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। सोमवार को यही हाल रहा।
बुजुर्ग महिला का आधार कार्ड अपडेट कराने के लिए रोड क्रॉस करते हुए।
एसबीआई बैंक के बाहर लाइनों में खड़े कुछ उपभोक्ताओं ने बताया कि गर्मी के प्रकोप को देखते हुए बैंक खुलने से पहले उपभोक्ताओं की लाइनें लगी हुई है लेकिन यहां पर कोई व्यवस्था नहीं की गई। खासकर बुजुर्ग व दिव्यांग उपभोक्ताओं को तो भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि बैंक खुलने के बाद आधार कार्ड अपडेट करवाने वालों की इस कदर भीड़ उमड़ी की पैर रखने तक जगह तक नहीं मिली जिससे उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान न होने पर परेशानी झेलनी पड़ रही है। शहर के भापरा निवासी सतवीर ने बताया कि उसके 3 महीने के पोते का आधार कार्ड बनाया जाना है लेकिन समाधान नहीं हो पाया। गर्मी के प्रकोप के चलते यहां पर उपभोक्ताओं का हाल बेहाल है। उपभोक्ताओं ने प्रशासन से समस्या का समाधान करवाने की मांग की।
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