- वाहनों के आगे धुआं आने के कारण वाहन चालकों व स्कूली बच्चों को परेशानी झेलनी पड़ी
India News (इंडिया न्यूज़), Fire In Fields On Panipat Highway : एक तरफ लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है और ऊपर से लू के थपेड़ों के बीच अप्रैल के बाद मई महीने में क्षेत्र के खेतों में आगजनी की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सुबह से लेकर खेतों में खासकर फांस को आग के हवाले किया जा रहा है। शनिवार दोपहर के समय नेशनल हाईवे पर गांव करहंस के नजदीक नर्सरी के पास अवशेषों में लगी आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया देखते ही देखते आज की तेज लपेटों के साथ धुंए का गुब्बार सर्विस लाइन व नेशनल हाईवे पर छा जाने के कारण सरपट दौड़ रहे कुछ देर के लिए वाहनों पर ब्रेक लग गए। वाहनों के आगे धुआं होने के कारण वाहन चालकों के अलावा स्कूली बच्चों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
Fire In Fields On Panipat Highway
Fire In Fields On Panipat Highway : सरेआम फांसो में आग, जांच का विषय
वहीं पर्यावरण पर इसका नुकसान पहुंच रहा है। यहां तक की पेड़ पौधे इसकी चपेट में हैं जिसको लेकर कुछ वाहन चालकों ने शासन व प्रशासन को जमकर कोसा और रोष व्यक्त किया। इसके अलावा कुछ अन्य गांव के खेतों में फांसो में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां दौड़तीं रही। उल्लेखनीय है कि एक तरफ जहां शासन व प्रशासन की ओर से खेतों में आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं और किसानों को इसके प्रति जागरूक करने का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की बात कही जा रही है। लेकिन इसके बावजूद भी क्षेत्र के खेतों में फांस घास फूस को आग के हवाले किया जा रहा है। लेकिन शासन व प्रशासन आंखें मूंदे बैठ हुआ है। सरेआम खेतों में आग लगाई जा रही है या लग रही है फिलहाल यह जांच का विषय है।
Fire In Fields On Panipat Highway
250 से 300 एकड़ खड़ी फांस को आग के हवाले किया
दमकल विभाग समालखा के मुताबिक अप्रैल माह में करीब 35 जगह पर आगजनी की घटनाएं सामने आई जिसमें करीब 250 से 300 एकड़ खड़ी फांस को आग के हवाले किया गया, जबकि मई महीने में करीब 25 से 30 के आसपास खेतों में फांस में आग लगने की बात सामने आई है। सुबह से लेकर देर रात तक खेतों में आग का तांडव जारी है। हाईवे पर कुछ वाहन चालकों ने बताया कि गांव करहंस के नजदीक खेतों में फांसो में इस कदर आग लगी की देखते ही देखते नेशनल हाईवे व सर्विस लाइन पर सरपट दौड़ रहे वाहनों के आगे धुआं छा जाने से वाहन चालकों के अलावा स्कूली बच्चों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।
आगजनी की घटनाएं बढ़ती जा रही है
लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने के अलावा पर्यावरण को आघात पहुंचा यह सब शासन व प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण हो रहा है। सब कुछ होते हुए भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। वही इस बारे समालखा दमकल विभाग के अधिकारी धर्मवीर ने बताया कि अप्रैल के बाद मई महीने में क्षेत्र के खेतों में आगजनी की घटनाएं बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि शनिवार को भी यही हाल रहा। कुछ गांव के खेतों मे आगजनी के मामले सामने आए हैं।