होम / Anurag Dhanda Taunts Election Commission : चुनाव आयोग आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक उम्मीदवार बनकर चुनावी मैदान में खड़ा : अनुराग ढांडा

Anurag Dhanda Taunts Election Commission : चुनाव आयोग आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक उम्मीदवार बनकर चुनावी मैदान में खड़ा : अनुराग ढांडा

• LAST UPDATED : May 21, 2024
  • बोले- जिसने चुनाव आयोग की कमी बताई उसी के खिलाफ चुनाव अधिकारी ने एफआईआर करवा दी 

India News (इंडिया न्यूज), Anurag Dhanda Taunts Election Commission : आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने चुनावी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि हम तो ये सोचकर चुनाव लड़ रहे थे हम बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं और जनता भी ये सोचकर भागीदारी कर रही थी कि बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि हम चुनाव आयोग के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं और चुनाव आयोग भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ एक उम्मीदवार बनकर चुनाव मैदान में खड़ा हो गया है।

मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं कि अभी तक की परंपरा के मुताबिक यदि चुनाव आयोग को उसकी किसी कमी के बारे में आगाह किया जाए तो उस प्रक्रिया में तुरंत सुधार किया जाता है, लेकिन चुनाव के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि जिसने चुनाव आयोग की कमी को उजागर किया उसी व्यक्ति के खिलाफ चुनाव आयोग द्वारा एफआईआर करवाई जा रही है।

Anurag Dhanda Taunts Election Commission : कैथल दफ्तर से ये बार-बार क्यों हो रहा

ढांडा ने कहा इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि जिस प्रकार पहले दिन से जब हमने रैली की अनुमति के लिए आवेदन किया तो उसमें चुनाव आयोग की तरफ गाली लिखकर डाली गई। इसी दफ्तर से कैथल में ये बार-बार क्यों हो रहा है। उसके बाद भी कैथल में चुनाव आयोग का जिस तरीके का रवैया है वो स्पष्ट तौर पर समझ में आता है कि ये एक पार्टी बनकर बीजेपी के रिप्रजेंटेटिव के तौर पर यहां चुनाव आयोग के अधिकारी काम कर रहे हैं। मैं जनता के समक्ष ये मामला रखना चाहता हूं कि जिसमें हमने पहले तो इस मामले को चुनाव आयोग के संज्ञान में लाने के लिए इसकी शिकायत की थी। लेकिन आज इस मामले पर मेरे बहुत सारे सवाल है और मैं जानना चाहता हूं कि चुनाव आयोग इसका जवाब कैसे देगा?

प्रक्रिया के अनुसार क्या बैलेट बॉक्स पर सील नहीं होनी चाहिए?

उन्होंने कहा जो मतपत्रों के जरिए वोटिंग हुई थी तो हमने कहा था कि इस बैलेट बॉक्स पर कोई सील नहीं लगी है। उसके बदले में चुनाव आयोग ने जिन्होंने उस बैलेट बॉक्स का वीडियो बनाया मास्टर सतबीर गोयत के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कर दी, जिसमें कहा गया कि इन्होंने सरकार काम में बाधा डाली है। इस एफआईआर में आईपीसी की धारा 171, 186, 131 और 132 लगाई गई है। चुनाव आयोग बताए कि यदि इस बैलेट बॉक्स पर सील नहीं लगी है तो ये गलती सतबीर गोयत की है या चुनाव आयोग की। इसमें जो मतपत्र डाला जा रहा है क्या वो मतपत्र वोटर अपने हाथों से डाल रहा है या कोई अधिकारी है। हम जनता के समक्ष भी चुनाव आयोग के इस रवैये को रखेंगे और इसकी शिकायत केंद्रीय चुनाव आयोग को भी देंगे।

उन्होंने कहा हमारा पहला सवाल है कि क्या प्रक्रिया के अनुसार बैलेट बॉक्स पर सील नहीं लगना सही है? यदि ये सही है तो इसके बाद बाकी जगहों पर बैलेट बॉक्स पर सील लगाकर वोट क्यों डलवाए गए। जिन्होंने सील लगवाकर वोट डलवाए वो अधिकारी सही है या जिन्होंने बिना सील के वोट डलवाए थे वो सही हैं। क्या वोट डलने के बाद किसी अधिकारी के पास ये पावर है कि वो मतमत्र को अपने हाथों में ले सकता है। इस पूरे वीडियो में जो नजर आता है ये चुनाव आयोग का अधिकारी है जिसने ये मतपत्र मतपेटी मे डाला है, जिस पर सील नहीं लगी हुई है। चुनाव अधिकारी ने वोटर से फोल्ड किया हुआ मतपत्र लिया और उसको खुद लिफाफे में डाला।

अपनी मर्जी से चुनाव को चला रहे कैथल के चुनाव अधिकारी

उन्होंने कहा हमारा मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल से अनुरोध है कि उनको हमने पहले भी शिकायत दी थी जिसको उन्होंने गंभीरता से लिया था और इस बार भी जब शिकायत की तो उन्होंने आश्वस्त किया था कि वो इस मामले को देखेंगे और कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि हम पूछना चाहते हैं कि क्या कैथल के चुनाव अधिकारी सीईओ हरियाणा के निर्देशों का पालन कर रहे हैं या अपनी मनमर्जी से चुनाव को चला रहे हैं। क्या कैथल के चुनाव अधिकारी सार्वजनिक तौर पर बयान दे सकते हैं कि किसी पेटी पर सील लगे या न लगे चुनाव में उनकी मनमर्जी चलेगी और यदि उनकी बात को काई सार्वजनिक करता है तो उस पर एफआईआर कराते हैं।

उन्होंने कहा कैथल के चुनाव अधिकारी ये भी बताएं कि जिस दिन पोलिंग होगी, उस दिन हमारे बुथ एजेंट को अपने मुंह पर टेप लगाकर बैठना है। यदि कोई गलत काम होता है तो उसके खिलाफ बोलना है या नहीं बोलना है। चुनाव आयोग को ये स्थिति स्पष्ट करनी होगी। ये बहुत गंभीर मामला है इसको लेकर पूरे लोकसभा क्षेत्र में आक्रोश है। यदि हमें जेल में डालकर आपको चुनाव लड़ना है तो हम उसके लिए भी तैयार हैं। हम इंतजार करेंगे कि चुनाव आयोग इस पर क्या कार्रवाई करता है। नहीं तो हम अपने अगले कदम के बारे में भी घोषणा करेंगे। यदि खुलेतौर पर इसके खिलाफ आवाज उठानी पड़ी और आंदोलन करना पड़ा तो हम पिछे नहीं हटेंगे। क्योंकि ये सरेआम देश के लोकतंत्र के खिलाफ खिलवाड़ हो रहा है।

उन्होंने कहा कि जिस तरीके से कैथल के चुनाव अधिकारी काम कर रहे हैं तो उससे पूरे कैथल के वोटरों में आक्रोश है। लोग कह रहे हैं कि इस चोरी को तुरंत प्रभाव से रोका जाए और कार्रवाई की जाए। इसके अलावा फोरम 12बी जो कर्मचारियों से भरवाया जाता है उसको लेकर भी कई शिकायतें हमें कर्मचारियों के परिवार से मिल रही हैं। जिसके बारे में हम आगे चुनाव आयोग को जानकारी देंगे और इसमें हस्तक्षेप की अपील करेंगे। हमें पता चला है कि फोरम 12बी को हस्ताक्षर कराकर ले लिया जा रहा है और उस पर वोटर से टिक मार्क नहीं कराया जा रहा है। वो सरकारी कर्मचारी हैं इसलिए वो आवाज नहीं उठा पा रहे हैं।

उन्होंने कहा हमारा स्पष्ट तौर पर कहना है कि इस एफआईआर को चुनाव आयोग तुरंत प्रभाव रद्द करवाए। इसको कैसे रद करवाना है, इसको चुनाव आयोग देखे। क्योंकि आज के दिन में एडमिनीस्ट्रेशन चुनाव आयोग के अधीन आता है और उन संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे जो अनसील्ड मतपेटी में वोट डलवा रहे थे। जिले में निर्वाचन आयोग के सीनियर अधिकारी जो इन सभी अधिकारियों को सरपरस्ती दे रहे हैं। उन सभी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि ये साफ तौर पर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए बहुत जरुरी कदम है। हम सीईओ हरियाणा और केंद्रीय चुनाव आयोग को इसमें हस्तक्षेप करने की मांग करते हैं।

यह भी पढ़ें : Amit Shah Jhajjar Rally : सोनिया अपने बेटे को पीएम बनाना चाहती, हुड्डा अपने बेटे को सीएम बनाना चाहता, हरियाणा के विकास से कोई लेना देना नहीं : अमित शाह

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox