Former Union Minister Birendra Singh : बीरेंद्र सिंह का दर्द – बेटे की टिकट काटने के लिए रची गई थी साजिश

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Former Union Minister Birendra Singh
Former Union Minister Birendra Singh : बीरेंद्र सिंह का दर्द - बेटे की टिकट काटने के लिए रची गई थी साजिश
  • कहा : चुनाव के बाद करूंगा खुलासा
  • पूर्व केंद्रीय मंत्री ने समर्थकों के साथ चुनाव को लेकर किया दो घंटे मंथन
India News (इंडिया न्यूज़), Former Union Minister Birendra Singh : लोकसभा चुनाव को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने अपने प्रमुख समर्थकों के साथ डूमरखा कलां अपने आवास पर करीब दो घंटे तक मंथन किया। बीरेंद्र सिंह ने समर्थकों से पूछा कि कांग्रेस उम्मीदवार के नामांकन पर हिसार जाए या नहीं। इस सवाल पर समर्थकों ने एक स्वर में कहा कि नहीं जाना। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं का सम्मान उनके लिए सबसे पहले है। अब तक जयप्रकाश उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलने नहीं आया है। यहां से जो सांसद बृजेंद्र सिंह थे उनसे भी किसी तरह की मदद चुनाव को लेकर नहीं मांगी है न ही मिलने आया। जयप्रकाश उनके पास आकर मदद मांगते है, उनके कार्यकर्ताओं से वोट की अपील आकर करते है तो वो पूरे मन से साथ देंगे। दस साल के बाद कांग्रेस वो वापिस आए है ऐसे में वो कांग्रेस में ही रहेंगे।

Former Union Minister Birendra Singh : कांग्रेस हमारी जेब में है वो उनकी गलतफहमी है

हिसार लोकसभा से बेटे बृजेंद्र सिंह की टिकट कटने का दर्द भी मीटिंग में झलका। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बृजेंद्र सिंह की टिकट कटवाने के लिए साजिश रची गई। सर्वे का नाम लेकर बृजेंद्र सिंह की टिकट को काटा गया। भाजपा में सांसद रहते हुए कांग्रेस में शामिल होने वाले एनडीए के सबसे पहले सांसद बृजेंद्र सिंह थे। जब पूरे देश में भाजपा के पक्ष में माहौल नजर आ रहा था तो बृजेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हुए। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि टिकट को लेकर पूरी मदद रणदीप सुरजेवाला, कुमारी शैलजा ने की। जो लोग समझते है कि आज कांग्रेस हमारी जेब में है वो उनकी गलतफहमी है। कांग्रेस किसी की बपौती नहीं है।
  • बीरेंद्र सिंह का सवाल हिसार कांग्रेस उम्मीदवार के नामांकन पर जाए या नहीं
  • समर्थक ने एक स्वर में कहा नहीं जाना

भाजपा की गलत नीतियों के चलते आज प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में माहौल

प्रदेश में पं. भगवत दयाल बड़े नेता होते थे, लेकिन इंदिरा गांधी ने बंसीलाल को सीएम हरियाणा का बना दिया। बंसीलाल ने सोचा भी नहीं था कि वो सीएम हरियाणा के बनेंगे। दस साल के बाद कांग्रेस में आए है लेकिन कांग्रेस में दस साल में संगठन तक नहीं बना है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उन्हें जिम्मेदारी दे तो कांग्रेस को प्रदेश में सशक्त बनाने का काम वो कर सकते है। मैं कभी झूठ की राजनीति नहीं करता हूं। बिना किसी का नाम लिए बीरेंद्र सिंह ने कहा कि जो समझते है कि आज प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में उनकी वजह से माहौल बना है ये उनकी गलतफहमी है। भाजपा की गलत नीतियों के चलते आज प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनता जा रहा है।

जो साजिश अब रची गई है वो आगे भी विधानसभा चुनाव में रची जा सकती है

द्वेष की भावना से कांग्रेस के खातों को सील कर दो, किसी सीएम को जेल में भेज दो। ये प्रजातंत्र का हिस्सा नहीं होता है। आज लोग प्रजातंत्र, लोकतंत्र को बचाने के लिए वोट कर रहे है। देश में 225 सीटों तक भाजपा सिमट कर रह गई तो जो नेता समझते है कि कांग्रेस हमारी जेब में है कल वो कांग्रेस की जेब में नजर आएंगे। कांग्रेस को मिलकर हम मजबूत करेंगे।
जो जींद जिले की सीट है, जींद के आस-पास सीट है वहां हम कांग्रेस को जीताने का काम करेंगे। जो साजिश अब रची गई है वो आगे भी विधानसभा चुनाव में रची जा सकती है। हमें संगठित होना होगा ताकि इस तरह की साजिश रचने वाले कई बार सोचे। मेरे लिए कार्यकर्ताओं के सम्मान से बड़ा मेरे लिए कुछ नहीं है। इस मौके पर सज्जन सिंह, हरेंद्र सिंह, राममेहर दनौदा, राजेंद्र चहल, सुशील काकड़ोद, संजीव डूमरखा, कुलदीप श्योकंद, वीरेंद्र मोर, रमेश खटकड़, अनूप श्योकंद  सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।