अनुरेखा लाम्बरा, India News (इंडिया न्यूज),IB College Panipat,पानीपत : आई. बी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा राष्ट्रीय काव्यधारा के कवि माखनलाल चतुर्वेदी जी की जयंती के अवसर पर ‘बुक मार्क’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। गांधी जी से अहिंसा, तिलक से संघर्ष तथा रविन्द्रनाथ टैगोर से मानवतावादी दृष्टिकोण ग्रहण कर माखनलाल चतुर्वेदी जी ने राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत कविताएं लिखकर जनता को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने की प्रेरणा दी। उन्होंने न केवल देश प्रेम का साहित्य लिखा बल्कि स्वयं स्वाधीनता आंदोलनों में सक्रिय भागीदारी करने के कारण कई बार जेल भी गए। उन्हें उत्कृष्ट साहित्य लेखन के लिए ‘साहित्य अकादमी’ पुरस्कार मिला तथा वे ‘एक भारतीय आत्मा’ के रूप में प्रसिद्ध हुए।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. अजय कुमार गर्ग ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ – साथ सृजनात्मक गतिविधियों में भाग लेने से विद्यार्थियों में रचनात्मकता का विकास होता है जिससे उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। प्रसिद्ध साहित्यकारों के साहित्य से जीवन मूल्य ग्रहण करके विद्यार्थी समाज तथा देश के विकास के लिए अग्रसर होते हैं। हिन्दी विभागाध्यक्षा डॉ. शशिप्रभा ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी न केवल साहित्यकार बल्कि संपादक तथा स्वतंत्रता सेनानी भी थे।
उनकी कविता ‘पुष्प की अभिलाषा’ ने स्वाधीनता आंदोलन में हजारों लोगों को राष्ट्रप्रेम की भावना से भर दिया था। हिन्दी विभाग समय – समय पर प्रसिद्ध साहित्यकारों को याद करते हुए अनेक प्रतियोगिताएं करवाता है। ताकि साहित्य के विद्यार्थी उनके जीवन तथा लेखन से प्रेरणा ग्रहण कर सकें। प्रतियोगिता में 15 विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की तथा रोनक ने प्रथम, टीना ने द्वितीय, सीमा ने तृतीय तथा राधिका व पूजा संयुक्त रूप से चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता की संयोजिका डॉ. निर्मला रही।