India News (इंडिया न्यूज़), Faridabad Cyber Crime : फरीदाबाद में मोटा मुनाफा कमाने के नाम पर शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के लिए फेसबुक पर लिंक भेजकर युवती से 7 करोड़ 59 लाख रुपए की साइबर ठगी करने के मामले में हरियाणा सहित कई राज्यों के 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 24 मोबाइल फोन, 556 सिम कार्ड, 67 चेक बुक और 62 एटीएम कार्ड के अलावा 15 लाख 17 हजार 500 रुपए की नकदी बरामद की है। फिलहाल साइबर पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
Faridabad Cyber Crime : एसीपी अभिमन्यु गोयत की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन
जानकारी अनुसार पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए एसीपी अभिमन्यु गोयत की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था। जिसमें थाना प्रबंधक साइबर सेंट्रल, उप निरीक्षक बाबूराम, पवन और प्रवीण को शामिल किया गया है। फरीदाबाद पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध जसलीन कौर के मार्गदर्शन में एसआईटी के अध्यक्ष अभिमन्यु गोयत एसीपी साइबर के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए साइबर थाना सेंट्रल, बल्लबगढ़ प्रभारी की टीम के द्वारा कार्रवाई करते हुए 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गुप्त सूत्रों व तकनीकी सहायता से गिरफ्तार
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गुप्त सूत्रों व तकनीकी सहायता से साइबर एसआईटी टीम सब-इंस्पेक्टर प्रवीण, उप निरीक्षक बाबूराम, पवन सहायक सब इंस्पेक्टर श्योराज, दीपक, मुख्य सिपाही भूपेंद्र, सिपाही प्रदीप, बलकेत, सागर और महिला मुख्य सिपाही सीमा ने आरोपियों को काबू किया है। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु से 1, लखनऊ से 2, जयपुर से 3, जोधपुर से 1, बीकानेर से 3, देहरादून से 1, दिल्ली से 2, फरीदाबाद से 1, गुरुग्राम से 1 और रोहतक से 1 आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रशांत कुमार (34) वासी बैंगलोर कर्नाटक, सईद मोहम्मद जिशान (22) वासी गांव कुसुर कलां जिला संत कबीर नगर उत्तर प्रदेश, सईद सुहेल (32) वासी गांव नथर जिला सिदार्थ नगर उत्तरप्रदेश, हरिकिशन (27) वासी कोटगेट बीकानेर राजस्थान, रामसिंह उर्फ ढल्लु (37) वासी मुक्ता प्रसाद नगर बीकानेर राजस्थान, आकाश (27) वासी टंडन रोड आदर्श नगर दिल्ली, रोहित (34) वासी आदर्श नगर दिल्ली, महेंद्र उर्फ रितेश (26) वासी भोपालगढ़ जोधपुर राजस्थान, दिनेश कुमार (26) वासी सारण नगर बनाड जोधपुर, दीपेंद्र (31) वासी रामपरस्ता ग्रीन सेक्टर 7 वैशाली गाजियाबाद, रिंकू (30) वासी बीकानेर राजस्थान, इंद्रजीत (36) वासी लोधी रोड बीकानेर राजस्थान, राहुल (28) एमटेक वासी पुगल रोड बीकानेर और आरोपी दिनेश कुमार (31) निवासी रानी बाजार बीकानेर शामिल है।
साइबर पुलिस टीम ने अपने गुप्त सूत्रों व तकनीकी सहायता से राहुल को गिरफ्तार किया है। आरोपी राहुल से वारदात में प्रयोग शुदा एक मोबाइल फोन बरामद करवाया। आरोपी रिंकू, इंद्रजीत, कैलाश और राहुल को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर पूछताछ और बरामदगी के लिए 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी दिनेश को गिरफ्तार किया गया। जिसे अदालत में पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया।
आरोपियों ने इस प्रकार दिया वारदात को अंजाम
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह दिल्ली में मैनेजमेंट का काम करती है। पिछले करीब 2 साल से शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करती है। जिसको 4 जनवरी को फेसबुक के माध्यम से शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट का लिंक आया। जिस पर शिकायतकर्ता ने क्लिक किया। इसके बाद उसे एक व्हाट्सएप ग्रुप ICICI IR TEAM (57) नाम के ग्रुप में जोड़ा गया। शिकायतकर्ता ने उस ग्रुप में सभी की प्रतिक्रिया देखी। ग्रुप में देखा कि उपरोक्त व्हाट्सएप ग्रुप में लोगों के इन्वेस्ट किए हुए रुपयों का बहुत ज्यादा मुनाफा हो रहा था। इसके बाद शिकायतकर्ता ने ग्रुप में अपने रुपए इन्वेस्ट की सहमति जताई। उसके बाद शिकायतकर्ता को अन्य व्हाट्सएप ग्रुप C6Ram Investment Academy में जोड़ा गया।
इसके बाद शिकायतकर्ता को ICICI IR TEAM (57) Group की एडमिन करीना राजपूत के नाम से एक यूआरएल लिंक https://app.yisjds.com/ भेजकर एक IC ORGAN MAX नाम की ऐप में शिकायतकर्ता का अकाउंट अपने फोन पर खोला गया। जिसके बाद शिकायतकर्ता अपने मोबाइल नंबर से ऐप में लॉगिन करके जुड़ गई। करीना राजपूत ने व्हाट्सएप नंबर से सुझाव दिया कि आप हमारे कस्टमर सर्विस से फंड ऐड करने के लिए बैंक डिटेल प्राप्त कर लें। जिसके बाद कस्टमर सर्विस पर अपने बैंक का खाते से लाख रुपये इन्वेस्ट कराए। दूसरे बैंक के खाते से 60 लाख रुपए इन्वेस्ट कराए। फिर अन्य बैंक खाता नंबर से 61 लाख रुपए शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कराए। शिकायतकर्ता को एक यूआरएल लिंक https://www.techstars.shop//register?AgentCode Mi597915 भेजकर एक Techstars.shop नाम की ऐप से अकाउंट उसके मोबाइल नंबर से खोला गया। शिकायतकर्ता मोबाइल नंबर से ऐप में लॉगिन करके में जुड़ गई। जिसके बाद SBI Bank का खाता नंबर एक कंपनी भेजा।
शिकायतकर्ता ने अपने पिता के ICICI Bank खाता नंबर से 3 लाख रुपए शेयर मार्केट में धोखे से इन्वेस्ट कराए। इसके बाद SBI Bank का खाता नंबर से ICICI Bank खाता नंबर 80 लाख रुपए शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कराए। फिर शिकायतकर्ता के पिता के HDFC Bank खाता नंबर से 90 लाख रुपए शेयर मार्केट में एक फर्म में धोखे से इन्वेस्ट कराए। फिर शिकायतकर्ता की माता के HDFC Bank खाता नंबर से 15 लाख रुपए शेयर मार्केट अन्य फर्म में धोखे से इंवेस्ट कराए और फिर से माता दूसरे बैंक IDFC Bank खाता नंबर से 10 लाख रुपए शेयर मार्केट अन्य फर्म में धोखे से इन्वेस्ट कराए। इसके बाद ICICI Bank खाता नंबर से अन्य फर्म में 20 लाख रुपए शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कराए।
इस तरीके से आरोपियों ने ग्रुपों में लोगों द्वारा एक षड़यंत्र के तहत शेयर मार्केट में इंवेस्ट करके अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर 7 करोड़ 59 लाख रुपये की धोखाधड़ी से साइबर ठगी करने की वारदात को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों द्वारा यूएसडीटी (क्रिप्टो करंसी) में कन्वर्ट करके पैसे चाइना के खातों में भेजा जाता था। आरोपियों के कब्जे से 24 मोबाइल फोन, 556 सिम कार्ड, 67 चेक बुक और 62 ATM कार्ड के अलावा 15 लाख 17 हजार 500 रुपये, जिसमें इक्विटस, इंडसइंड, फेडरल, फिनकेयर, कोटक महिंद्रा इत्यादि बैंक के चेक और एटीएम बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के बाद अदालत में पेश कर जेल भेजा गया है। मामले में पुलिस अन्य आरोपियों का पता लगा रही है। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।