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Haryana Cold Weather : प्रदेश में ठंड का वर्षों का रिकॉर्ड टूटा, जन जीवन थमा

• LAST UPDATED : January 12, 2024
  • रेवाड़ी में रात का पारा पहुंचा एक डिग्री

India News (इंडिया न्यूज़), Haryana Cold Weather, चंडीगढ़ : हरियाणा के सभी जिले लगातार 17वें दिन कड़ाके की ठंड की चपेट में रहे। दिन के साथ-साथ अब रात्रि के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। रेवाड़ी में बुधवार की रात का तापमान एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि 6 साल में सबसे कम है। इससे पहले 2018 में किसी शहर का न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री दर्ज किया गया था।

महेंद्रगढ़ के नारनौल में भी पारा 1.2 डिग्री

वहीं, महेंद्रगढ़ के नारनौल में भी पारा 1.2 डिग्री रहा। महेंद्रगढ़, भिवानी, रेवाड़ी और हिसार के बालसमंद में पाला भी पड़ा है। राज्य में अधिकतम तापमान सामान्य से 5.2 डिग्री कम दर्ज किया गया। दिन का सबसे कम तापमान कुरुक्षेत्र में 11.1, करनाल 11.6 और अंबाला का 11.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

अभी ठंड से राहत के आसार नहीं

मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन फिलहाल ठंड से राहत के आसार नहीं है। 13 जनवरी से कोहरा काफी छंट जाएगा। इसके बाद कोल्ड डे की संभावना भी कम रहेगी। 16 जनवरी से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। हालांकि यह भी कमजोर रहेगा। इसका राज्य पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।

शीत लहर से पशुओं के बचाव के लिए पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी

पशुपालन विभाग हरियाणा द्वारा प्रदेश सहित पूरे उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप जारी है। केवल इंसान ही नहीं, बल्कि पशु भी इससे परेशान हैं, जिसको देखते हुए विभाग द्वारा प्रदेश में शीतलहर से पशुओं के बचाव हेतु सभी जिलों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। इसके अलावा, विभाग ने पशु चिकित्सकों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए है। विभाग के एक प्रवक्ता ने वीरवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि सभी पशुपालकों से आग्रह किया है कि वे शीतलहर से पशुओं के बचाव के लिए पशुपालन विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी की पालना करें और अपने पशुधन को शीतलहर से बचाकर रखे। उन्होंने बताया कि शीतलहर में पशुओं का तापमान कम हो जाता है व सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। इसके अतिरिक्त खांसी व निमोनिया जैसी बीमारियां होने लगती हैं, जिसके कारण पशु खाना पीना छोड़ देते हैं व दूध उत्पादन भी कम हो जाता है। शीत लहर से बचाव करके इन बीमारियों से पशुओं को बचाया जा सकता है।

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