Two Youths Death In America : करनाल के दो युवकों की अमेरिका में मौत

32
Two Youths Death In America
करनाल के दो युवकों की अमेरिका में मौत
  • घर के इकलौते चिराग बुझे, मृतकों में एक नाबालिग

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Two Youths Death In America : प्रदेश में बढ़ रही बेरोजगारी और परिवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए डॉलर कमाने की चाहत में विदेश गए हरियाणा के युवकों के हादसे में मौत के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ महीनो में यह मामले लगातार बढ़ रहे हैं। गत दिनों भी दिनों कैथल के दो युवकों की मौत का मामला सामने आया था।

सैन फ़्रांसिस्को झील में डूबने से हुई करनाल के युवकों की मौत

बता दें कि ताजा मामले में अमेरिका के कैलिफोर्निया की सैन फ़्रांसिस्को झील में डूबने से करनाल के दो युवकों की मौत हुई है जिसमें एक युवक असंध के गोबिंदगढ़ का है, जबकि दूसरा करनाल के गांव चुरनी का है। दोनों ही युवक डंकी से अमेरिका गए थे। दोनों ही अपने परिवार के इकलौते चिराग थे। परिवारों की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है। परिवार अपने बेटों के शव को अमेरिका से भारत लाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं, ताकि दोनों को अपने गांव की मिट्टी नसीब हो सके।

गोबिंदगढ़ का 21 वर्षीय महताब व चुरनी गांव का इक्कम सिंह दोनों ही अमेरिका में काम करते थे और 25 जून को कैलिफोर्निया की सैन फ़्रांसिस्को झील में नहाने के लिए गए थे। मेहताब सिंह, इक्कम सिंह और फैजपूर निवासी चरणजीत सिंह (28) तीनों ही एक ही कमरे पर रहते थे। 25 जून को कैलिफोर्निया की सैन फ़्रांसिस्को झील में नहाने गए थे। नहाते समय इक्कम सिंह सबसे आगे था, उसके बाद महताब सिंह और फिर चरणजीत। इक्कम सिंह जब डूबने लगा तो महताब और चरणजीत उसे बचाने के लिए पानी की गहराई में जाने लगे। इस दौरान वहा मौजूद लोगों ने चरणजीत और महताब को बाहर निकाल लिया लेकिन इक्कम सिंह का कोई सुराग नहीं लग पाया। इलाज के दौरान महताब की भी मौत हो गई। वहीं 24 घंटे बाद इक्कम सिंह का शव झील से पुलिस ने बरामद किया। चरणजीत अभी खतरे से बाहर है।

पिता ने लगाई मदद की गुहार

महताब के पिता खेतीबाड़ी का काम करते हैं। उन्होंने करीब 35 लाख रुपए खर्च कर अपने बेटे को अमेरिका भेजा था, लेकिन आज वह बेटा उनके बीच नहीं रहा। पिता ने सरकार से अनुरोध किया है कि उनके बेटे का शव भारत लाया जाए, ताकि रीति-रिवाज़ के अनुसार दाह संस्कार किया जा सके

इसके साथ ही परिवार अब कोशिश कर रहा है कि महताब का शव भारत लाया जा सके। अगर यह संभव नहीं होता, तो वे इमरजेंसी वीजा लगवाने का प्रयास करेंगे ताकि माता-पिता अमेरिका जाकर वहीं अंतिम संस्कार कर सकें। इस संबंध में सरकार से भी बातचीत की जा रही है।

यह भी पढ़ें : Road Accident In Panipat : सड़क हादसे में मौके पर ही चाचा भतीजे की मौत

यह भी पढ़ें : Young Man Committed Suicide : परिवार ने काम पर जाने को कहा तो युवक ने सल्फास खाकर दी जान