होम / Panipat Piet College : पानीपत पाइट में युवा उद्यमियों का मंत्र- कॉलेज टाइम में ही स्टार्टअप शुरू कर दें, ठहराव भी है जरूरी

Panipat Piet College : पानीपत पाइट में युवा उद्यमियों का मंत्र- कॉलेज टाइम में ही स्टार्टअप शुरू कर दें, ठहराव भी है जरूरी

PUBLISHED BY: • LAST UPDATED : April 4, 2024
  • एंटरप्रेन्योर समिट, कानपुर से लेकर बेंगलुरु तक से उद्यमियों ने किया प्रेरित
अनुरेखा लाम्बरा, India News (इंडिया न्यूज),Panipat Piet College,पानीपत : अगर आप अपने करियर में सफल होना चाहते हैं तो जीवन में ठहराव अवश्य लाएं। इसके साथ ही स्टार्टअप  के लिए कॉलेज का समय ही सबसे श्रेष्ठ होता है। क्योंकि तब आपके सामने कोई डर या चिंता नहीं होती। पढ़ाई को किसी भी स्तर पर दरकिनार न करें। ये टिप्‍स पानीपत इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में युवा उद्यमियों ने कॉलेज के छात्र-छात्राओं को दिए।

कॉलेज में एंटरप्रेन्योर क्‍लब हस्लर एवं बीबीए विभाग ने एंटरप्रेन्योर समिट का आयोजन किया। समिट के दूसरे दिन क्रिब के सीईओ सन्‍नी गर्ग, हैमर के संस्थापक रोहित नंदवानी, ए टिपिकल एडवांटेज की सहसंस्‍थापक गीतिका मेहता, एनग्‍यूरस के निदेशक लोकेशपुरी गोस्‍वामी और शेफलिंग के संस्थापक रौनीत गंभीर ने प्रेरित किया। इससे पूर्व पानीपत ग्रामीण से भाजपा नेता एवं निवर्तमान पार्षद विजय जैन ने समिट का शुभारंभ किया।

कारोबार शुरू करने से पहले उसके बाजार पर रिसर्च कर लें

सन्‍नी गर्ग ने कहा कि आपके पास किसी समस्या का सरल उपाय है और इससे आप बाजार में आय का जरिया बना सकते हैं, उसे ही सामान्य शब्दों में स्‍टार्टअप कहा जाता है। कॉलेज लाइफ में रिस्क लो। इस समय आपके ऊपर जिम्मेदारी का बोझ नहीं होता। आपके सफल होने की संभावनाएं अधिक होती हैं। गीतिका ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एआई ने अवसर के द्वार खोल दिए हैं। इसकी वजह से हर कोई एक जैसा होने लगा है। अब भेदभाव खत्म होने लगा है। तकनीक से जितनी ज्यादा दोस्ती करेंगे, उतना आगे बढ़ते जाएंगे। हैमर से रोहित नंदवानी ने कहा कि कोई भी कारोबार शुरू करने से पहले उसके बाजार पर रिसर्च कर लें। तब आपको पता चल जाएगा कि आप उस बाजार में कितनी जगह बना सकते हैं। ज्यादा से ज्यादा जानकारियां एकत्र करें। स्‍टार्टअप में फंड को लेकर ज्यादा न सोचें, क्योंकि इससे आपके आइडिया पर असर पड़ता है। खुद पर भरोसा रखें।

विचार को आने से नहीं रोकें, रिस्क लें, सफलता जरूर मिलेगी

शेफलिंग से रौनीत गंभीर ने कहा कि कोरोना के वक्त उन्होंने देखा कि खाने को लेकर दिक्कत आ रही थी। तभी उन्होंने बारबेक्यू के बारे में सोचा। ऐसे फूड बनाए, जो लोग आर्डर देकर घर पर बना सकते हैं। घर पर रेस्तरां शैली में खाना बना सकते हैं। प्रत्येक किट में सॉस से लेकर गार्निश तक सभी आवश्यक सामग्रियां शामिल होती हैं। लोकेशपुरी गोस्‍वामी ने कहा कि पर्यावरण अनुकूल बिल्डिंग सामग्री बनाने के विचार से वे आगे बढ़े हैं। इसलिए अपने विचार को आने से नहीं रोकें। रिस्क लें। सफलता जरूर मिलेगी। पाइट के सचिव सुरेश तायल व वाइस चेयरमैन राकेश तायल ने बताया कि बीबीए के छात्र स्‍व.अक्षत सिंगला ने हसलर क्‍लब की स्थापना की थी। जब आप कुछ करना चाहते हैं और हमारे बीच नहीं रहते, तब भी उनकी सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। उसी सकारात्मक ऊर्जा से बीबीए के छात्र-छात्राओं ने एंटरप्रेन्योर समिट की है। इस अवसर पर चेयरमैन हरिओम तायल, बोर्ड सदस्य शुभम तायल, निदेशक डॉ.जेएस सैनी, डीन डॉ.बीबी शर्मा मौजूद रहे।

Tags: