India News Haryana (इंडिया न्यूज), Rural Sanitation Workers Demonstrated : हरियाणा सरकार की वायदा खिलाफी के विरोध में रविवार को प्रदेश भर के हजारों ग्रामीण सफाई कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर राज्य स्तरीय आक्रोश प्रदर्शन किया। गुस्साए कर्मचारियों ने पंचायत मंत्री महिपाल ढांडा के आवास की ओर कूच किया और उनके नाम अपना मांग पत्र दिया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा अगले 15 दिन में अगर मांगों का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज होगा, जिसके लिए खुद सरकार जिम्मेदार होगी। 10 जुलाई को प्रदेश के तमाम जिलों में विशाल प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे।
चिलचिलाती गर्मी में ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान देवीराम, महासचिव विनोद कुमार, कोषाध्यक्ष संदीप, सीटू राज्य प्रधान सुरेखा, महासचिव जयभगवान, सीटू उपाध्यक्ष सुखबीर सिंह, यूनियन वरिष्ठ उपाध्यक्ष बसाऊ राम, उप महासचिव जोगिंदर सिंह, राज्य सचिव वीरभान, पूनम, राजेश कुमार, राजकुमार, उपाध्यक्ष बलबीर सिंह, बिमलेश, नानक, सीटू नेता सुनील दत्त, किसान सभा के सुरेंद्र मलिक आदि के नेतृत्व में हजारों ग्रामीण सफाई कर्मियों ने बाबरपुर अनाज मंडी में सभा की। इसके बाद आक्रोश प्रदर्शन शुरू करके मंत्री के जीटी रोड स्थित आवास पर की ओर चले। रास्ते में मंत्री के भाई हरपाल ने प्रदर्शनकारियों के बीच आकर मांग पत्र लिया। मंत्री ने 26 जून को यूनियन प्रतिनिधिमंडल को मांगों पर बातचीत के लिए बुलाया।
Rural Sanitation Workers Demonstrated
प्रदर्शन में सफाई कर्मियों को सम्बोधित करते हुए संगठन नेताओं ने हरियाणा सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि 51 दिन लंबे आंदोलन के बाद 29 नवम्बर 2023 को विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में वार्ता हुई। उस वार्ता में बनी ग्रामीण सफाई कर्मियों को पक्का करने का प्रस्ताव भेजने, शहरी सफाई कर्मियों के बराबर वेतन देने, 3 प्रतिशत सालाना मानदेय बढोतरी लागू करने तथा 60 साल के बाद 2 लाख रुपये सेवानिवृत्ति लाभ देने आदि सहायता देने आदि की सहमति आज तक लागू नहीं कि गयी है। जिसके कारण सफाई कर्मियों में रोष बढ़ता जा रहा है।
यूनियन नेताओं ने कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी मानदेय पर काम करते हुए पिछले 17 साल से शोषण और बेगार की मार झेल रहे हैं। ये कर्मचारी जब अपने हकों और मांगों को लेकर संघर्ष रहे हैं और हरियाणा की भाजपा सरकार आंदोलनकारियों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। सरकार ने सहमति बने मसलों को तो आज तक लागू नहीं किया लेकिन ऑनलाइन हाजरी के नाम पर गुलामी प्रथा थोपकर बेगार करवाने का रास्ता जरूर तैयार कर लिया, जिसको किसी भी सूरत में सफाई कर्मी सहन नहीं कर सकता। प्रदर्शन को राज्य कमेटी सदस्य बेगराज, राकेश कुमार, पवन कुमार, मिथुन, मोहन लाल, कृष्ण कुमार, दिनेश कुमार, निर्मल सिंह, उदय, शमशेर, सोहनलाल, आदि ने भी संबोधित किया।
Rural Sanitation Workers Demonstrated
यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार के उदासीन रुख को देखते हुए प्रदेश के ग्रामीण सफाई कर्मचारी एक बार सड़कों पर उतरने को मजबूर हो रहे हैं। और अगर सरकार ने इन सफाई कर्मियों को विधानसभा चुनाव से पहले पक्का नहीं किया तो विधान सभा चुनाव में वोट की चोट से भाजपा को सबक सिखाने का काम करेंगें। यूनियन ने फेसला किया सीटू के देशव्यापी आह्वान पर 10 जुलाई को जिला स्तरीय प्रदर्शन में बढ़ चढ़ कर भाग लेंगे।
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