- 28 अप्रैल को होगी दोनों प्रदेशों के अधिकारियों की बैठक
- विवादित भूमि के रिकॉर्ड की जांच के उपरांत जिस किसान की होगी जितनी भूमि उसी के अनुपात में किसान को मिलेंगे पैसे
India News (इंडिया न्यूज), Disputed Crop Of Haryana-UP Farmers : यमुना बांध के अंदर हरियाणा-यूपी के किसानों की विवादित फसल को प्रशासन की और से दोनों राज्यों के अधिकारियों ने कटवाकर कब्जे में ले लिया है और उक्त मामले को लेकर आगामी 28 अप्रैल को समालखा एसडीएम कार्यालय में दोनों प्रदेशों के अधिकारियों की बैठक में इस विवादित भूमि के रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। उक्त जानकारी कानूनगो नरेश कुमार ने दी है। गौरतलब है कि उक्त फसल को काटने के लिए 19 अप्रैल को यूपी के गांव टांडा और पानीपत के गांव संजौली के किसानों में आपस में टकराव हो गया था।
Disputed Crop Of Haryana-UP Farmers : सीएम से मुलाकात कर सुनाया था दुखड़ा
दोनों प्रदेशों के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने प्रदेशों के किसानों को आश्वासन देकर शांत कर दिया गया। बता दें कि संजौली व खोजकीपुर गांव के किसानों ने 20 अप्रैल को प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से मिलकर इस भूमि से गेहूं की कटाई करवाने की मांग की गई थी। जिस पर कोई कार्यवाही ना होते देख और ठोस आश्वासन ना मिलने पर किसानों ने भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रो.विधु रावल के नेतृत्व में सी.एम.नायब सिंह सैनी से मुलाकात कर अपना दुखड़ा सुनाया था।
अधिकारियों की देखरेख में कटवाई
जिस पर सी.एम.नायब सिंह सैनी फसल कटवाने के निर्देश दिए थे। जिसके उपरांत दोनों प्रदेशों के प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में कटवाई गई। इस गेहूं की फसल को अनाज मंडी में बेचा गया है और 28 अप्रैल को समालखा एसडीएम कार्यालय में होने वाली दोनों प्रदेशों के अधिकारियों की बैठक में इस विवादित भूमि के रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि रिकार्ड के अनुसार जिस किसान की जितनी जमीन होगी, उस किसान को उसी अनुपात में गेहूं के पैसे दे दिए जाएंगे।